केरल के दो नर्सों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एअर अरेबिया के विमान में एक शख्स को दिल का दौरा पड़ने के दौरान न सिर्फ मदद बल्कि विमान के सुरक्षित लैंडिंग तक उसका ख्याल भी रखा। जानकारी के मुताबिक, दोनों नर्स अपनी नई नौकरी के लिए यूएई जा रहे थे, इसी दौरान ये घटना घटी।
By: Sandeep malviya
Oct 31, 20255:40 PM
दुबई । केरल के दो नर्सों ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान में इंसानियत की एक मिसाल पेश की। दरअसल, कोच्चि से अबू धाबी जा रही एयर अरेबिया की उड़ान (3छ128) में सफर के दौरान एक यात्री को अचानक दिल का दौरा पड़ा। उस समय विमान उड़ान भरने के लगभग 20 मिनट बाद हवा में था।
नई नौकरी के लिए यूएई जा रहे थे दोनों नर्स
जानकारी के मुताबिक, केरल के वायनाड के रहने वाले अभिजीथ जीस (26) और चेंगन्नूर के अजीश नेल्सन (29), दोनों नर्स, अपने नए नौकरी के लिए यूएई जा रहे थे। तभी उन्होंने देखा कि एक यात्री, जो केरल का ही था, अचानक सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहा है। अभिजीथ ने बताया, 'मैंने उसकी नब्ज देखी, लेकिन कुछ महसूस नहीं हुआ। मुझे समझ आया कि उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ है।' उन्होंने तुरंत सीपीआर देना शुरू किया और फ्लाइट क्रू को भी सूचना दी। दोनों ने मिलकर दो बार सीपीआर किया, जिसके बाद यात्री की सांसें लौट आईं और उसकी नब्ज दोबारा चलने लगी।
विमान में मौजूद डॉक्टर ने भी की दोनों की मदद
इस दौरान विमान में मौजूद डॉक्टर डॉ. आरिफ अब्दुल खदिर ने भी उनकी मदद की। उन्होंने मरीज को ड्रिप लगाई और पूरी उड़ान के दौरान उसके ब्लड प्रेशर और अन्य पैरामीटर पर नजर रखी। अभिजीथ ने बाद में कहा, 'जब वह फिर से हिला, तो मुझे बहुत राहत मिली। उस पल ने मुझे याद दिलाया कि हम जहां भी जाएं, अपनी जिम्मेदारी अपने साथ लेकर चलते हैं।'
विमान की लैंडिंग के चुपचाप अपने मंजिल के लिए हुए रवाना
दिलचस्प बात यह है कि दोनों नर्सें बिना किसी दिखावे या चर्चा के चुपचाप अपनी मंजिल पर पहुंचीं और नए कार्यस्थल की ओर बढ़ गईं। लेकिन विमान में मौजूद एक अन्य यात्री ने यह कहानी साझा की, तब जाकर यह बात सामने आई।
मरीज के परिवार ने नर्सों को कहा धन्यवाद
वहीं एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मरीज को मेडिकल टीम ने इलाज दिया और अब वह पूरी तरह स्थिर है। उसके परिवार ने दोनों नर्सों के प्रति गहरी कृतज्ञता जताई। परिवार ने कहा, 'वे हमारे लिए अजनबी थे, फिर भी उन्होंने हमारे अपने की जान बचाई। उनका साहस और दया हमेशा हमारी दुआओं में रहेगा।'