ईडी ने रियल्टी कंपनी जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज गौड़ को घर खरीदारों के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच के लिए गिरफ्तार किया है। गुरुवार को आधिकारिक सूत्रों ने इस बारे में जानकारी दी।
By: Arvind Mishra
Nov 13, 202511:55 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
जेपी समूह में सुबह-सुबह अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। दरअसल, जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड पर ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने कंपनी के प्रबंध निदेशक मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी का आरोप है कि जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) मनोज गौड़ के माध्यम से 12,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और घर खरीदारों के पैसे की हेराफेरी में शामिल है। जेपी इंफ्राटेक लिमिडेट पर ईडी की जांच उन आरोपों को लेकर है, जिनमें कहा गया है कि कंपनी ने उसके प्रोजेक्ट्स में घर खरीदारों से लिए गए पैसे को दूसरी जगहों पर लगाया और इनका दुरुपयोग किया, इस धोखाधड़ी में कई निवेशकों का पैसा अटका पड़ा है।
2017 में एफआईआर
एक रिपोर्ट की मानें तो 2017 में जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के प्रमोटरों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई थीं, जब घर खरीदारों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया था और उनसे लिए गए पैसों को कथित तौर पर अन्य परियोजनाओं में लगाने का आरोप लगाया था।
मई में हुई थी बड़ी छापेमारी
इसी साल मई 2025 में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए जेपी इंफ्राटेक के अलावा जेपी एसोसिएट्स और उनसे संबंधित कंपनियों के पर छापा मारा था। उस समय दिल्ली-मुंबई समेत करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।