भारतीय सेना लगातार स्वदेशी तकनीक से विकसित देशों से लैस हो रही है। अब इसी कड़ी में एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली का पहला उड़ान परीक्षण किया। यह परीक्षण पूरी तरीके से सफल रहा। ये परीक्षण डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर किया।
By: Arvind Mishra
Aug 24, 20254 hours ago
भारतीय सेना लगातार स्वदेशी तकनीक से विकसित देशों से लैस हो रही है। अब इसी कड़ी में एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली का पहला उड़ान परीक्षण किया। यह परीक्षण पूरी तरीके से सफल रहा। ये परीक्षण डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर किया। इस परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा-ओडिशा के तट पर एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया है। इस अनूठे उड़ान परीक्षण ने हमारे देश की बहुस्तरीय वायु रक्षा क्षमता को स्थापित किया है। यह दुश्मन के हवाई खतरों के खिलाफ महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय रक्षा को मजबूत करेगा।
रक्षा मंत्री ने ओडिशा के तट पर किए गए आईएडीडब्ल्यूएस का पहले सफल उड़ान परीक्षण के लिए बधाई देते हुए एक्स पर लिखा- आईएडीडब्ल्यूएस एक बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है, जिसमें सभी स्वदेशी त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, उन्नत अति लघु दूरी वायु रक्षा प्रणाली मिसाइलें और एक उच्च शक्ति लेजर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार शामिल हैं।
आईएडीडब्ल्यूएस का सुदर्शन चक्र मिशन का एक हिस्सा माना जा रहा है। यह स्वॉर्म ड्रोन अटैक के खिलाफ रक्षा कवच बनेगा। सुदर्शन चक्र मिशन की घोषणा पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से दिए अपने भाषण में की थी।