पहलगाम अटैक को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। अब इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में पाकिस्तान की एक बार फिर पोल खुल गई है।
By: Arvind Mishra
Jul 30, 202515 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
पहलगाम अटैक को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। अब इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में पाकिस्तान की एक बार फिर पोल खुल गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध निगरानी टीम ने कहा कि टीआरएफ ने दो बार पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी और हमले की जगह की तस्वीरें भी जारी की थी। इस टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह हमला पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के सपोर्ट के बिना नहीं हो सकता था। यूएनएससी में आईएसआईएल, अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों की निगरानी करने वाली टीम ने 36वीं रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में कहा गया कि 22 अप्रैल को पांच आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटक स्थल पर हमला किया था। रिपोर्ट में कहा गया कि उसी दिन टीआरएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और हमले की जगह की तस्वीर भी जारी की। टीआरएफ ने अगले दिन भी इस हमले की जिम्मेदारी ली। हालांकि, 26 अप्रैल को टीआरएफ अपने इस दावे से पीछे हट गया था। इसके बाद से टीआरएफ ने इस पर कोई बयान नहीं दिया और ना ही किसी और आतंकी संगठने इस हमले की जिम्मेदारी ली। रिपोर्ट में कहा गया कि लश्कर की मदद के बिना यह हमला नहीं हो सकता था। लश्कर और टीआरएफ के बीच संबंध हैं। इस हमले को टीआरएफ ने अंजाम दिया, जो लश्कर का पर्याय है। गौरतलब है कि इस महीने अमेरिका ने टीआरएफ को विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। इस साल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। यह हमला पहलगाम की बैसरन घाटी में किया गया, जिसमें आतंकियों ने चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया।
पहलगाम अटैक के बाद से ही पाकिस्तान टीआरएफ और लश्कर ए तैयबा को बचाने में जुटा है। पहलगाम अटैक के बाद जब यूएन सुरक्षा परिषद ने बयान जारी किया, तब पाकिस्तान ने उसमें से टीआरएफ का नाम हटवा दिया। इतना ही नहीं, यूएन की जो हालिया रिपोर्ट आई है, उसमें भी पाकिस्तान के इशारे पर एक देश ने लश्कर को निष्क्रिय संगठन बताया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के मुताबिक उसके यहां अब कोई भी आतंकी संगठन एक्टिव नहीं है। पहलगाम अटैक के बाद से ही पाकिस्तान ने लश्कर के हाफिज सईद और जैश के मसूद अजहर को अंडरग्राउंड करवा दिया। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने एक इंटरव्यू में संकेत दिया था कि हाफिज सईद और मसूद अजहर अफगानिस्तान में हो सकते हैं।