राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को दावा किया कि उनका नाम इलेक्शन कमीशन द्वारा शुक्रवार को बिहार के लिए जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नहीं है। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान तेजस्वी ने कहा- मैंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान गणना फॉर्म भरा था, लेकिन ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में मेरा नाम नहीं है।
By: Arvind Mishra
Aug 02, 202521 hours ago
पटना। स्टार समाचार वेब
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को दावा किया कि उनका नाम इलेक्शन कमीशन द्वारा शुक्रवार को बिहार के लिए जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नहीं है। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान तेजस्वी ने कहा- मैंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान गणना फॉर्म भरा था, लेकिन ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में मेरा नाम नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि जब मेरा ही वोटर कार्ड नहीं बना तब मेरी पत्नी का कैसे बन जाएगा। उन्होंने आयोग से ये भी पूछा कि अब मैं आगामी विधानसभा चुनाव कैसे लड़ूंगा...। तेजस्वी यादव ने अपना वोटर आईडी कार्ड जारी किया। वोटर लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए ईपीआईसी नंबर डाला, जिसके रिजल्ट में लिखा आया- कोई रिकॉर्ड नहीं। तेजस्वी ने ये पूरी प्रोसेस स्क्रीन पर दिखाई।
हालांकि, इसी बीच पटना कलेक्टर एसएन त्यागराजन ने तेजस्वी के दावों की हवा निकाल कर रख दी। कलेक्टर ने बूथ लिस्ट जारी की है। जिसमें 416वें नंबर पर तेजस्वी यादव का नाम, उनकी तस्वीर भी है। डीएम ने कहा कि कुछ समाचार माध्यमों से ये जानकारी मिली है कि तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है। इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जांच की गई। इसमें पता चला कि नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज है। वर्तमान में उनका नाम मतदान केन्द्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विवि का पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर अंकित है। इससे पहले उनका नाम बिहार पशु विज्ञान विवि का पुस्तकालय भवन, मतदान केन्द्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर दर्ज था।
इधर, आयोग की नई वोटर लिस्ट पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि करीब हर विधानसभा से 20 से 30 हजार नाम काटे गए हैं। कुल 65 लाख के करीब यानी 8.5 फीसदी के करीब मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं। आयोग जब भी कोई विज्ञापन देता था, तो उसमें बताया जाता था कि इतने शिफ्ट हो गए, इतने लोग मृत हैं और इतने लोगों के दोहरे नाम हैं, लेकिन आयोग ने हमें जो सूची उपलब्ध करवाई है, उसमें उन्होंने चालाकी दिखाते हुए किसी मतदाता का पता नहीं दिया।
तेजस्वी यादव ने कहा- चुनाव आयोग धांधली कर रहा है। ये गोदी आयोग बन गया है। बिना राजनीतिक दल को विश्वास में लिए इसे कराया गया। आयोग ने हमारी मांग पर कोई सुनवाई नहीं की। सुप्रीम कोर्ट के सुझाव की भी अनदेखी की गई। हम लोगों ने शुरू से कहा था कि इसमें गरीबों के नाम कटेंगे। चुनाव आयोग ने इसकी प्रक्रिया पूरी की है। आयोग अपनी ही बातों से मुकर गया। कहा गया था कि जिसके नाम कटेंगे उनकी जानकारी दी जाएगी। तेजस्वी ने कहा कि दो गुजराती जो कुछ भी कहेंगे। वह चुनाव आयोग करेगा।