10 साल बाद भी नहीं बन पाया हॉकर जोन सीएमओ बोले- योजना का रिकॉर्ड ही नहीं
By: Gulab rohit
Nov 08, 202510:25 PM
गंजबासौदा। शहर में हॉकर जोन और धोक सब्जी बाजार की योजना बीते 10 सालों से सिर्फ फाइलों में सिमटी हुई है। नगर की हर मुख्य सड़क, गली और चौराहा अब अस्थायी सब्जी बाजार में बदल चुका है। सड़क किनारे फल-सब्जी की दुकानें लगने से ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है। वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को भारी परेशानी हो रही है। नागरिकों का कहना है कि शाम के समय सड़कों पर पैर रखने तक की जगह नहीं बचती।
नगर पालिका ने एक दशक पहले चार जगहों पर हॉकर जोन बनाने की योजना बनाई थी। मील रोड, नेहरू चौक से स्टेशन तक लगने वाले बाजार को वहां शिफ्ट करना था। बरेठ रोड पर नए बस स्टैंड के पास पुराने मार्केट में हॉकर जोन बनना था। त्योंदा रोड पर पुराने बस स्टैंड क्षेत्र में ठेला व्यापारियों को जगह देने का प्रस्ताव था। गांधी चौक से राजेंद्र नगर तक के बाजार को भी शिफ्ट करने की योजना थी। लेकिन किसी भी योजना पर काम शुरू नहीं हुआ। फाइलें घूमती रहीं, सड़कों पर भीड़ बढ़ती गई।
नपा की खाली जमीनों पर अतिक्रमण हो चुका
हाथ ठेला व्यवसायियों को चलित लाइसेंस देने की योजना भी बनी थी। मकसद था कि वे तय क्षेत्र में ही व्यापार करें। लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब ठेला व्यापारी सड़कों और फुटपाथों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। इससे यातायात पर असर पड़ा है। सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। नगर पालिका की ज्यादातर खाली जमीनों पर अतिक्रमण हो चुका है। अब हॉकर जोन या थोक सब्जी बाजार के लिए उपयुक्त भूमि नहीं बची। थोक सब्जी बाजार के लिए मांगी गई जमीन टीएनसी विभाग से अनुमति के अभाव में अटकी है। इस बीच अतिक्रमणकारियों ने वहां भी कब्जा करना शुरू कर दिया है।
शेड और कुछ दुकानें बनीं, पर व्यापारी नहीं पहुंचे
पिछले 40 वर्षों में नगर पालिका ने दो बार सब्जी बाजार बनाने की कोशिश की। बूढ़ापुरा सब्जी बाजार में किसी ने व्यापार शुरू नहीं किया। बाजार आज तक सूना पड़ा है। बरेठ रोड पर बनाए गए नए सब्जी बाजार में दस शेड और कुछ दुकानें बनीं। लेकिन व्यापारी वहां नहीं पहुंचे। अंत में नपा को इसे जनरल मार्केट घोषित करना पड़ा। इन विफलताओं का कारण नपा की ढुलमुल नीति और सख्ती की कमी रही।
रेलवे परिसर तक सब्जी की दुकानें फैल जाती हैं
अब हालात यह हैं कि गांधी चौक, स्टेशन रोड, नेहरू चौक, मील रोड और बरेठ रोड सभी सब्जी मंडी में बदल चुके हैं। शाम को रेलवे परिसर तक सब्जी की दुकानें फैल जाती है। वाहन चालक घंटों जाम में फंसते हैं। लोग घर तक सामान पहुंचाने में परेशान हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि नगर पालिका ने जल्द हॉकर जोन और थोक सब्जी बाजार की योजना लागू नहीं की, तो आने वाले वर्षों में हालात और बिगड़ेंगे। जनसंख्या और व्यापार बढ़ रहा है, लेकिन यातायात और बाजार व्यवस्था पुराने ढर्रे पर ही अटकी है।
इंजीनियर मैडम के पास रिकॉर्ड हो सकता है
हॉकर जॉन बनाने योजना की जानकारी नहीं है। इसका रिकॉर्ड हमारे पास उपलब्ध नहीं रहता। इस संबंध में इंजीनियर मैडम मोहिनी कोरी से जानकारी मिल सकती है। रिकॉर्ड उनके पास हो सकता है।
रवि प्रकाश श्रीवास्तव, सीएमओ, नगर पालिका, गंजबासौदा।