रूसी ड्रोन के पोलैंड की सीमा में घुसने के बाद प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सेना के बड़े आधुनिकीकरण कार्यक्रम की घोषणा की।
By: Sandeep malviya
Sep 11, 20253 hours ago
वारसॉ । पोलैंड अगले साल अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमान हासिल करेगा। नाटो और पोलिश सैनिकों ने तुरंत कार्रवाई की, जबकि यूरोपीय संघ ने इसे गेम चेंजर बताया। इस मामले में ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी। वारसॉ में हाल ही में हुए घटनाक्रम ने पूरे यूरोप की सुरक्षा चिंताओं को गहरा कर दिया है। बुधवार को रूसी ड्रोन पोलैंड की सीमा में घुस आए, जिसके बाद प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सेना के लिए बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण योजना लागू करने का एलान किया। टस्क ने कहा कि देश को आसमान से सुरक्षित करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। रूसी ड्रोन की यह घुसपैठ उस समय हुई जब रूस ने यूक्रेन पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं। यूरोपीय अधिकारियों ने इसे जानबूझकर की गई उत्तेजना बताया। उनका कहना है कि यह घटना तीन साल से जारी युद्ध को और व्यापक संघर्ष में बदलने की आशंका बढ़ा रही है।
पोलैंड ने लगाए प्रतिबंध
घटना के बाद पोलिश एयर नेविगेशन एजेंसी ने देश के पूर्वी हिस्से में हवाई यातायात पर रोक लगा दी। यह कदम सेना के अनुरोध पर उठाया गया। वहीं, गुरुवार मध्यरात्रि से पोलैंड ने बेलारूस के साथ अपनी सीमा बंद करने का भी फैसला किया है। बताया गया कि कुछ ड्रोन बेलारूस की दिशा से आए थे, जहां रूसी और स्थानीय सैनिक सैन्य अभ्यास की तैयारी कर रहे हैं।
सेना और नाटो की तत्परता
टस्क ने लास्क एयरबेस पर पोलिश सैनिकों को संबोधित किया और उनकी तेजी से की गई कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने नाटो के सहयोगी नीदरलैंड की सेना का भी आभार जताया, जिन्होंने समय रहते प्रतिक्रिया दी। इस कार्रवाई से साबित हुआ कि नाटो और पोलैंड क्षेत्रीय खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
एफ-35 विमानों से मिलेगी ताकत
पोलैंड अगले साल अमेरिका से अपने पहले एफ-35 लड़ाकू विमान हासिल करेगा। 2030 तक कुल 32 विमानों की डिलीवरी होगी। टस्क ने कहा कि इन विमानों से देश की हवाई सुरक्षा मजबूत होगी और नाटो की सामूहिक रक्षा क्षमताओं में भी इजाफा होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मई 2025 तक पहली खेप पोलैंड पहुंच जाएगी।