अदालत, राजनीतिक बदले, संघीय जज
By: Sandeep malviya
May 26, 202510:09 PM
न्यू जर्सी । हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और ट्रंप प्रशासन विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों की बड़ी संख्या को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हार्वर्ड में लगभग 31 फीसदी छात्र विदेशी हैं। इससे अमेरिकी छात्रों को दाखिला नहीं मिल पाता। ट्रंप ने यह भी कहा कि कोई विदेशी सरकार हार्वर्ड को पैसा नहीं देती, हम देते हैं। इस तरह उन्होंने इशारा किया कि हार्वर्ड को दिए जाने वाले फेडरल ग्रांट्स रोके जा सकते हैं। उन्होंने विदेशी छात्रों को लेकर खासी नराजागी जताते हुए कहा कि हार्वर्ड में आने वाले विदेशी छात्रों को हम अरबों डॉलर देते हैं, जो हास्यास्पद है। लेकिन वे हमें यह बताने से इन्कार करते हैं कि वे लोग कौन हैं। हम जानना चाहते हैं कि वे लोग कौन हैं। हम अनुदान देते हैं, अब हम शायद हार्वर्ड को ज्यादा अनुदान नहीं देंगे।
ट्रंप ने मांगी विदेशी छात्रों की सूची
ट्रंप ने कहा हमें विदेशी छात्रों से कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन ये 31 फीसदी नहीं होने चाहिए। यह बहुत ज्यादा है। हमारे पास ऐसे अमेरिकी हैं जो हार्वर्ड और अन्य जगहों पर पढ़ना चाहते हैं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि वहां पहले से ही 31 फीसदी विदेशी हैं। ट्रंप ने हार्वर्ड में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की सूची मांगी और कहा कि उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, कई ठीक होंगे, लेकिन हार्वर्ड के मामले में कई खराब भी होंगे।
हार्वर्ड पर यहूदी विरोधी होने का आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति की तीसरी चिंता यहूदी-विरोधी भावना का मुद्दा था। ट्रंप ने हार्वर्ड पर बहुत यहूदी विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि हर कोई जानता है कि वे यहूदी विरोधी हैं। यह तुरंत बंद होना चाहिए। ट्रंप प्रशासन ने यूनिवर्सिटी से मांग की है कि वह अपने प्रोग्राम, भर्ती प्रणाली और प्रशासन में बदलाव करे और कैंपस से यहूदी विरोध और तथाकथित नस्लभेदी विविधता, समानता और समावेशन (डीईआई) नीतियों को हटाए। ट्रंप प्रशासन ने विदेशी छात्रों और कर्मचारियों को निशाना बनाया है। जिनकों लेकर वे मानते है कि वे इस्राइल-हमास युद्ध को लेकर कैंपस में हुए विवादास्पद विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा थे।