भारतीय जनता पार्टी के नेता निशिकांत दुबे ने रविवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए स्थानीय भाषाओं के बजाय अंग्रेजी सीखने को बढ़ावा देने के उनके इरादों पर सवाल उठाया।
By: Arvind Mishra
Jun 22, 20255 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार बेव
भारतीय जनता पार्टी के नेता निशिकांत दुबे ने रविवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए स्थानीय भाषाओं के बजाय अंग्रेजी सीखने को बढ़ावा देने के उनके इरादों पर सवाल उठाया। उन्होंने 1986 और 2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा के चुनाव को लेकर कांग्रेस के पाखंड की ओर भी इशारा किया, जिसमें कहा गया था कि दोनों नीतियों के लक्ष्य समान थे। निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा-राहुल गांधी जी आपका खोजी सलाहकार आपको बर्बाद करने पर उतारू है। यह आपके पिताजी के द्वारा देश को दिया शिक्षा नीति 1986 का है। इसमें आपके पिताजी हिंदी को बढ़ावा देने, संस्कृत भाषा को सिखाने और क्षेत्रीय भाषाओं में अंग्रेजी से अनुवाद करने का वादा देश से कर रहे हैं।
निशिकांत ने कहा-यही शिक्षा नीति लगभग अभी चल रही है। क्षेत्रीय भाषाओं के साथ भी विद्यार्थी बढ़े इसमें बदलाव अभी प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में किया है। रुस, चीन, फ्रांस, जर्मनी, अरब देश, जापान, कोरिया सभी को अपनी भाषा पर गर्व है। वह विकसित है। आप गुलामों की तरह अंग्रेजी पर क्यों गर्व करते हैं, हमें तो संथाली, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगला, मलयालम, हिंदी, संस्कृत पर गर्व है।
भाजपा नेता दुबे ने राहुल गांधी के पोस्ट पर जवाब दिया है। इसमें उन्होंने लोगों, खासकर वंचित पृष्ठभूमि के लोगों के लिए अंग्रेजी सीखने का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि अंग्रेजी सीखना समानता और ज्यादा रोजगार के अवसरों की दिशा में एक कदम हो सकता है। यह बीजेपी-आरएसएस नहीं चाहता है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-यह अंग्रेजी बांध नहीं है, यह एक पुल है। अंग्रेजी शर्म नहीं है, यह शक्ति है। अंग्रेजी कोई जंजीर नहीं है। यह जंजीरों को तोड़ने का एक उपकरण है। बीजेपी-आरएसएस नहीं चाहते कि भारत के गरीब बच्चे अंग्रेजी सीखें, क्योंकि वे नहीं चाहते कि आप सवाल पूछें, आगे बढ़ें और समान बनें।