पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टीएमसी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा-14 साल में बंगाल भय, भ्रष्टाचार और घुसपैठ का शिकार हुआ है। शाह ने दावा किया कि 2026 में भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर किया जाएगा।
By: Arvind Mishra
Dec 30, 20251:07 PM
कोलकाता। स्टार समाचार वेब
पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टीएमसी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा-14 साल में बंगाल भय, भ्रष्टाचार और घुसपैठ का शिकार हुआ है। शाह ने दावा किया कि 2026 में भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर किया जाएगा, विकास को तेज किया जाएगा और बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित किया जाएगा। बंगाल की सीमा से हो रही घुसपैठ सिर्फ राज्य का नहीं, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। उन्होंने कहा- देश की संस्कृति और सुरक्षा को बचाने के लिए बंगाल की सीमाओं को सील करने वाली सरकार जरूरी है। यह काम टीएमसी नहीं, बल्कि केवल भाजपा ही कर सकती है।
14 वर्षों से भय और भ्रष्टाचार
गृह मंत्री ने कहा-14 वर्षों से भय और भ्रष्टाचार, बंगाल की पहचान बना हुआ है। 15 अप्रैल, 2026 के बाद जब बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी, तब बंग गौरव, बंग संस्कृति और उसके पुनर्जागरण की हम शुरुआत करेंगे। स्वामी विवेकानंद, बंकिम बाबू, गुरुदेव टैगोर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों का बंगाल बनाने का प्रयास करेंगे।
विकास की गंगा फिर बहेगी
शाह ने कहा- टीएमसी के शासन में भय, भ्रष्टाचार, कुशासन और विशेषकर घुसपैठ से बंगाल की जनता भयभीत भी है, आशंकित भी है। हम बंगाल की जनता को आश्वासन भी देना चाहते हैं और वादा भी करते हैं कि मोदी के नेतृत्व में बंगाल में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही यहां की विरासत को पुनर्जीवित करेंगे। विकास की गंगा फिर से तेज गति से बहेगी और गरीब कल्याण को प्राथमिकता देंगे।
गौरव का दिन 30 दिसंबर
गृह मंत्री ने कहा- आज 30 दिसंबर का दिन हम सभी भारतीयों के लिए गौरव का दिन है। आज ही के दिन 1943 में बंगाल की भूमि के सुपुत्र, देश के महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में पहली बार आजाद भारत का झंडा फहराया था। एक प्रकार से यह हमारी आजादी के संग्राम का एक महत्वपूर्ण मुकाम था। दशकों बाद जब हम आज को देखते हैं, तो बंगाल के लिए 30 दिसंबर से लेकर अप्रैल तक का समय महत्वपूर्ण है।