संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष ने लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसदों की मांग है कि पहलगाम हमला, आपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर सदन में चर्चा हो। पीएम मोदी खुद जवाब दें। लोकसभा- राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित है।
By: Arvind Mishra
Jul 22, 20253 hours ago
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष ने लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसदों की मांग है कि पहलगाम हमला, आपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर सदन में चर्चा हो। पीएम मोदी खुद जवाब दें। लोकसभा- राज्यसभा 2 बजे तक स्थगित है। वहीं, बिहार वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने मकर द्वार के बाहर नारेबाजी की। प्रदर्शन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई सांसद शामिल हुए। दरअसल, लोकसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन भी आपरेशन सिंदूर पर महासंग्राम जारी रहा। दूसरे दिन सदन की की कार्यवाही महज 2 मिनट, जबकि राज्य सभा की कार्यवाही 4 मिनट बाद ही स्थगित करनी पड़ी। दोपहर दो बजे तक के लिए दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, सवालों के जवाब देने के लिए खड़े हुए ही थे कि विपक्षी सांसद तख्तियों के साथ अपने आसन पर खड़े होकर विरोध करने लगे।
शिवराज ने विपक्षी सांसदों को हाथ जोड़ते हुए कहा कि आज का दिन किसानों का है। 20 में से 12 सवाल किसानों के हैं। ऐसे में प्रश्नकाल चलने दिया जाए। शिवराज ने हाथ जोड़कर विपक्षी सांसदों से कहा-किसानों के सवाल को आने दें। सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। हम आज किसानों के लिए सरकार की योजना रखना चाहते हैं। खेती और किसानों पर चर्चा होने दीजिए। शिवराज ने दो बार हाथ जोड़कर विपक्षी सांसदों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा नहीं थमा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को समझाते हुए कहा कि किसानों पर चर्चा होनी है। आप प्रश्काल को नहीं चलना देना चाहते हैं, यह सही नहीं है। बिरला ने विपक्षी सांसदों के शोर-शराबे और तख्तियों लेने आने पर नाराजगी जताई। इस पर भी हंगामा होता रहा, दो मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
दूसरी ओर संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में भी यही स्थिति रही। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। यहां भी उपसभापति हरिवंश ने विपक्ष के सदस्यों को समझाने की कोशिश की और शांत रहने का आग्रह किया, लेकिन हंगामा जारी रहने के चलते 4 मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।