डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है। 39 वर्षीय गोर एरिक गासेर्टी की जगह लेंगे और वर्तमान में व्हाइट हाउस के डायरेक्टर आफ प्रेसिडेंशियल पर्सनल के पद पर हैं। उज्बेकिस्तान के ताशकंद में जन्मे गोर रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े रहे हैं और ट्रंप के करीबी माने जाते हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 23, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है। 39 वर्षीय गोर एरिक गासेर्टी की जगह लेंगे और वर्तमान में व्हाइट हाउस के डायरेक्टर आफ प्रेसिडेंशियल पर्सनल के पद पर हैं। उज्बेकिस्तान के ताशकंद में जन्मे गोर रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े रहे हैं और ट्रंप के करीबी माने जाते हैं। हालांकि उनका नाम विवादों से भी जुड़ा रहा है। वहीं भारत के राजदूत नियुक्त किए जाने पर व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति निजी कार्यालय के निदेशक सर्जियो गोर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व करना मेरा सबसे बड़ा सम्मान है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी सर्जियो गोर को बधाई दी।
गोर ने एक्स पर लिखा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बहुत आभारी हूं। उन्होंने मुझे भारत में अपना अगला अमेरिकी राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के लिए विशेष दूत नियुक्त करने में जो भरोसा जताया है,उसके लिए उनका विशेष धन्यवाद। गोर ने कहा कि इस प्रशासन के महान कार्यों के माध्यम से अमेरिकी जनता की सेवा करने से ज्यादा मुझे किसी और चीज पर गर्व नहीं हुआ। हमारे व्हाइट हाउस ने अमेरिका को फिर से महान बनाने में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान होगा।
जून 2025 में एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में सर्जियो गोर को सांप तक कह दिया था। यह टिप्पणी न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के बाद आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि गोर ने अपनी स्थायी सुरक्षा मंजूरी के लिए जरूरी दस्तावेज पूरे नहीं किए थे। उस समय गोर व्हाइट हाउस प्रेसीडेंशियल पर्सनल आॅफिस के डायरेक्टर थे और हजारों कार्यकारी शाखा कर्मचारियों की पृष्ठभूमि जांच की देखरेख कर रहे थे।
सर्जियो गोर का भारत से अब तक कोई प्रत्यक्ष जुड़ाव या काम नहीं रहा है। उनका जन्म ताशकंद, उज्बेकिस्तान में हुआ था, जब वह सोवियत संघ का हिस्सा था। 1999 में 12 साल की उम्र में वह अपने परिवार के साथ अमेरिका आ गए। उनके पिता यूरी गोरोकहोव्स्की सोवियत सैन्य विमानों के डिजाइन पर काम करने वाले एक एविएशन इंजीनियर थे। उनकी मां इजरायली मूल की बताई जाती हैं।