अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स का आधिकारिक एक्स अकाउंट भारत में ब्लॉक हो चुका है। हालांकि, केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में रॉयटर्स के एक्स अकाउंट को ब्लॉक की कोई आवश्यकता नहीं है।
By: Arvind Mishra
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स का आधिकारिक एक्स अकाउंट भारत में ब्लॉक हो चुका है। हालांकि, केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में रॉयटर्स के एक्स अकाउंट को ब्लॉक की कोई आवश्यकता नहीं है। भारत में अकाउंट बंद होने को लेकर समाचार एजेंसी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। दुनियाभर की लगभग 200 जगहों पर रायटर्स के 2,600 पत्रकार कार्यरत हैं। दरअसल,अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स का (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट भारत में ब्लॉक किए जाने के बाद सरकार ने स्पष्ट किया है कि उसने ऐसा कोई कानूनी निर्देश नहीं दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को बयान जारी कर सफाई दी। केंद्र ने अपने बयान में कहा-भारत सरकार को रॉयटर्स के हैंडल को ब्लॉक करने की कोई जरूरत नहीं थी। हम (ट्विटर) के साथ मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। गौरतलब है कि रविवार को रॉयटर्स के हैंडल पर यह संदेश दिखाई देने लगा कि यह अकाउंट एक कानूनी अनुरोध के जवाब में भारत में ब्लॉकर कर दिया गया है।
इसके बाद सरकारी सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी कि आॅपरेशन सिंदूर के दौरान 7 मई को एक आदेश जारी किया गया था, लेकिन उसे लागू नहीं किया गया था। अब ने संभवत: उस पुराने आदेश को गलती से लागू कर दिया है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने से तुरंत संपर्क किया है और इस ब्लॉक को हटाने के लिए कहा है।
गौर करने वाली बात यह है कि जहां रॉयटर्स टेक न्यूज, रॉयटर्स फैक्ट चेक, रॉयटर्स एशिया और रॉयटर्स चाइना जैसे हैंडल भारत में अब भी चालू हैं। वहीं रॉयटर्स का मुख्य अकाउंट और रॉयटर्स वर्ल्ड हैंडल भारत में बंद हैं। ऐसे मामलों में जब किसी देश के कानून या अदालत के आदेश के तहत सामग्री को प्रतिबंधित करना पड़ता है, तब यह बिथहेल्ड (रोक लाई गई है) का संदेश दिखाया जाता है।