देश के कई एयरपोर्ट्स पर बुधवार सुबह से चेक-इन सिस्टम ठप होने से फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित हुआ है। बेंगलुरु में 42 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं, जबकि दिल्ली-हैदराबाद में मैनुअल प्रोसेस शुरू। जानें क्या है तैयारी और क्यों आई यह दिक्कत।
By: Ajay Tiwari
Dec 03, 20255:42 PM
नई दिल्ली/बेंगलुरु/हैदराबाद:
बुधवार सुबह देश के कई प्रमुख हवाई अड्डों पर चेक-इन सिस्टम में बड़ी तकनीकी खराबी आने के कारण विमान सेवाओं पर गहरा असर पड़ा है। इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण फ्लाइट ऑपरेशन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिसके चलते यात्रियों को लंबी लाइनों और देरी का सामना करना पड़ रहा है।

बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट:
असर: सिस्टम में देरी के कारण कुल 42 फ्लाइट्स रद्द की गईं (22 आगमन और 20 प्रस्थान)। इंडिगो की कई सेवाएं भी ऑपरेशनल कारणों से कैंसिल की गईं।
तैयारी: एयरपोर्ट और एयरलाइंस टीमें ऑपरेशन को सामान्य करने के लिए काम कर रही हैं।
हैदराबाद राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट:
असर: चेक-इन सिस्टम में समस्या के कारण एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई। इंडिगो ने तकनीकी समस्याओं, भीड़भाड़ और ऑपरेशनल जरूरतों को देरी और कुछ कैंसिलेशन का कारण बताया।
तैयारी: एयरपोर्ट और एयरलाइंस टीमें सामान्य संचालन सुनिश्चित करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं।
दिल्ली इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI):
असर: इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित चार एयरलाइंस के चेक-इन सिस्टम पर असर पड़ा है।
तैयारी: स्थिति को संभालने के लिए सभी प्रभावित एयरलाइंस ने तुरंत मैनुअल चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी की ऑन-ग्राउंड टीमें यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर काम कर रही हैं।
वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों को बताया गया कि यह समस्या माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में वैश्विक 'सर्विस आउटेज' के कारण आई है, जिसका इस्तेमाल एयरपोर्ट की आईटी सेवाओं में होता है। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने इस दावे को झूठा बताया है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि उनके विंडोज सिस्टम में किसी तरह की तकनीकी समस्या नहीं आई है।
यह तकनीकी समस्या ऐसे समय में आई है जब हाल ही में दिल्ली एयरपोर्ट पर GPS स्पूफिंग की घटना सामने आई थी।
घटना: 5 नवंबर 2025 को दिल्ली के ऊपर उड़ने वाले विमानों के GPS सिग्नल में फेक अलर्ट मिले, जिसे GPS स्पूफिंग कहा जाता है। इससे पायलटों को गलत नेविगेशन डेटा प्राप्त हुआ।
स्वीकारोक्ति: 1 दिसंबर 2025 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने राज्यसभा में पुष्टि की कि स्पूफिंग हुई थी, जिससे 800 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं और 20 रद्द करनी पड़ीं।
कार्रवाई: मंत्री ने बताया कि एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) अपने आईटी और महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर को सुरक्षित रखने के लिए उन्नत साइबर सुरक्षा उपाय अपना रहा है।
मौजूदा चेक-इन सिस्टम की खराबी और पिछली GPS स्पूफिंग की घटनाओं ने देश के विमानन क्षेत्र के आईटी और साइबर सुरक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर पर चिंता बढ़ा दी है।
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