पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल ने मीडिया इनफ्लुएंसर लीला साहू से उनके खड्डी खुर्द स्थित घर जाकर भेंट की। गर्भवती लीला साहू के सड़क संघर्ष को समर्थन देते हुए उन्होंने ग्राम की समस्याओं का निरीक्षण किया। अब 10.50 किमी सड़क निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
By: Star News
Aug 03, 2025just now
हाइलाइट्स
सीधी, स्टार समाचार वेब
शनिवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव खड्डी खुर्द इलाके की रहने वाली मीडिया इनफ्लुएंसर लीला साहू का कुशलक्षेम पूछने उनके घर जा पहुंचे। बताते चलें की लीला साहू इन दिनों गर्भावस्था में हैं, अपनी मुलाकात के दौरान अजय सिंह राहुल ने उनसे उनका हाल पूछा तथा वहां उपस्थित अन्य ग्रामीणों से भी भेंटकर उनसे आम चचार्एं कीं। अजय सिंह राहुल को अपने घर में पाकर लीला साहू और उसका परिवार काफी उत्साहित और खुश दिखा। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान भी साथ रहे। सोशल मीडिया में अजय सिंह राहुल के खड्ड़ी खुर्द पहुंचने और आम नागरिकों के साथ उनकी उपस्थिति की तस्वीरें उनके समर्थकों और कांग्रेस पार्टी के लिए रोमांच पैदा कर रही हैं। इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर जोरदार तरीके से शेयर किया जा रहा है।
ऑल इंडिया नेशनल कांग्रेस ने शेयर की पोस्ट
ऑल इंडिया नेशनल कांग्रेस ने भी चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल को लेकर अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि- आज पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने सीधी जिले के ग्राम खड्डी खुर्द पहुंचकर श्रीमती लीला साहू से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान उन्होंने परिवारजनों से संवाद कर ग्राम में चल रहे सड़क मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि बहन लीला साहू ने सोशल मीडिया के माध्यम से सड़क समस्या की ओर सरकार का ध्यानाकर्षण करवाया था किंतु ना सरकार ने इस ओर ध्यान दिया ना प्रशासन जागा। सीधी सांसद राजेश मिश्रा ने तो बहन लीला के लिए अप्रिय बयानबाजी तक की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल भैया ने बहन की मांग पर सड़क की पहल कर आज ग्रामीण महिलाओं से भेंट की।
रंग लाया लीला का संघर्ष
ये कहना उचित होगा कि बतौर नागरिक लोकतंत्र में लीला साहू ने जिस मजबूती और ऊर्जा से अपनी मांग को बल दिया वो समाज के सामने नजीर है। सिस्टम और सियासत को अपनी मांग के आधार पर विचार पर मजबूर कर दिया। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में लीला साहू अपनी सड़क के मांग को बलवती करते छाई रहीं। ये एक सामाजिक और क्रांतिकारी आंदोलन की तरह ही रहा। जिसका गवाह सीधी और सीधी के सीमांचल जन रहे।
अब ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा संभाग सीधी कराएगा निर्माण
बताते चलें कि अब इसी सड़क के संबंध में ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा संभाग सीधी के कार्यपालन यंत्री द्वारा जिला पंचायत सीधी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र भेजा गया है। भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जनपद पंचायत रामपुर नैकिन अंतर्गत गजरी से खड्डी खुर्द बगैहा टोला लंबाई 10.50 किलोमीटर सडक का निर्माण होना है। बगैहा टोला ग्राम पंचायत खड्डी खुर्द अंतर्गत आता है। जिसे गजरी जनपद पंचायत मझौली से जोड़े जाने हेतु 10.50 किलोमीटर लंबाई में बारहमासी मार्ग का निर्माण कराना है। खड्डी खुर्द से बगैहा टोला की दूरी 2 किलोमीटर है। जिसमें लगभग 1 किलोमीटर में मार्ग के एक तरफ जंगल है एवं दूसरी तरफ बस्ती है। वर्तमान में डब्ल्यूबीएम मार्ग 2 किलोमीटर लंबाई बना है। जिसमें सीधी से बगैहा टोला तक बस भी चलती है। लेकिन मार्ग क्षतिग्रस्त है जिसका सुधार कराना आवश्यक है। बगैहा टोला के गजरी जनपद पंचायत मझौली की तरफ जोड़ने हेतु कुल 10.50 किलोमीटर लंबाई में बारहमासी मार्ग का निर्माण कराना होगा। जिसका प्राक्कलन 448.63 लाख का तैयार कराया गया है। जिला पंचायत से तैयार किए गए प्राक्कलन पर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
सड़क निर्माण की मांग को लेकर है फिर सुर्खियों में
जिले के चुरहट विधानसभा क्षेत्र के खड्डी इलाके की रहने वाली मीडिया इनफ्लुएंसर लीला साहू द्वारा यूट्यूब पर बीते 1 वर्ष से लटके सड़क निर्माण और अपने तथा गांव की अन्य गर्भावस्था की महिलाओं को लेकर सीधी जिले के सांसद के नाम जारी किए गए वीडियो के वायरल होने के उपरांत देश के नेशनल मीडिया में खबरें हिट हुईं, जिस खड्डी खुर्द बगैहा टोला सड़क की बात लीला साहू बार-बार अपने वीडियो में करती रही हैं। इस चर्चित सडक का निर्माण चुरहट विधानसभा के विधायक का अजय सिंह राहुल द्वारा अपने व्यक्तिगत तौर पर किए गए प्रयासों से तात्कालिक रूप से आवागमन योग्य निर्माण कराया गया है। जिससे प्रतिबंधित आवागमन सुचारू रुप से संचालित हो गया। प्रसूता महिलाएं, रोजगारी पुरुष और स्कूली बच्चे गंतव्य तक बिना बाधा जा सकते हैं। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में ऐसा नजारा दुर्लभ तौर पर ही देखा जाता है जब किसी विधायक द्वारा अपने प्रयासों या स्ववित्त से 10 किलोमीटर सड़क का पुनरुद्धार अपने सहयोगियों के माध्यम से कराया जाता हो।