अलीपुरा सहकारी समिति में बचत बैंक से लगभग एक करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है। चार महीने बीतने के बावजूद दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है और खाताधारक अपने पैसों के लिए समिति और अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
By: Star News
हाइलाइट्स
नौगांव, स्टार समाचार वेब
अलीपुरा सहकारी समिति में हुए भ्रष्टाचार को लेकर चार माह गुजरने के बाद भी दर्जनों किसान पैसा जमा करने के बावजूद डिफॉल्टर बने हुए हैं जिम्मेदार अधिकारी जांच के नाम पर किसानों को कर रहे हैं गुमराह वहीं दूसरी तरफ अलीपुरा सहकारी समिति के बचत बैंक में ताला डाल चुका है जिसमें खातेधारकों का लगभग एक करोड रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने का अनुमान है कई खातेदारों ने बताया की अलीपुर सहकारी समिति में बचत बैंक में ताला डाल चुका है जिससे कि वह जमा पैसा लेने के लिए समिति के महीनों से चक्कर काट रहे आलम यह है कि ग्रामीणों द्वारा एक एक पैसा जमा करने के बाद उन्हें अपने पैसे के लिए प्रबंधक के सामने हाथ पैर जोड़ने पड़ रहे लेकिन समिति में पदस्थ कर्मचारी इसका कोई हल निकालने में असमर्थ हैं अलीपुर सहकारी समिति के प्रशासक आनंद दिक्षित का कहना है कि अलीपुर सहकारी समिति में लंबे समय से अनियमितताएं दिखाई दे रही हैं इस कारण से जांच में देरी हो रही है सभी संबंधित कर्मचारियों को नोटिस दिए गए हैं 7 दिनों के अंदर जवाब देने के आदेश दिए गए हैं किसी भी खातेदार का पैसा लेफ्स नहीं होगा सभी का पैसा वापस होगा लेकिन इसमें समय लग सकता है।
वहीं ग्रामीण अलीपुर सहकारी समिति के चक्कर लगाकर थक चुके हैं किसी को अपनी बीमारी के लिए पैसा चाहिए तो किसी को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं। अलीपुर सहकारी समिति में हुए भ्रष्टाचार की जांच में देरी होने का कारण ग्रामीणों के समझ में नहीं आ रहा है क्षेत्रीय किसानों का अलीपुर सहकारी समिति से मोह भंग हो चुका है आने वाले समय में यदि ऐसा ही चला रहा तो अलीपुर सहकारी समिति में ताला लग जाएगा। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर महोदय एवं जिला सहकारी बैंक के अधिकारियों से मांग की है की अलीपुर समिति की न्याय पूर्ण जांच करके किसनो एवं बचत खातेदारों का पैसा वापस दिलाया जाए यदि उनके साथ न्याय नहीं होता है तो वह अलीपुर समिति के सामने धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।