सतना शहर के वार्ड 39 और 40 के बीच बजरहा टोला से गौशाला चौक तक की सड़क की हालत बेहद खराब हो गई है। अधूरी सीवर लाइन परियोजना और रोड रेस्टोरेशन न होने से सड़क दुर्घटना का केंद्र बन गई है। राहगीरों की जान पर बनी है और व्यापार बर्बाद हो रहा है, पर जिम्मेदार मौन हैं।
By: Yogesh Patel
Aug 06, 2025just now
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
शहर के बीचों-बीच मौजूद सड़कों की बदहाली अब आम नागरिकों की जान पर बन आई है। वार्ड क्रमांक 39 और 40 के बीच बजरहा टोला से गौशाला चौक तक की सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसका मुख्य कारण सीवर लाइन परियोजना के अंतर्गत सड़क की खुदाई के बाद पुन: मरम्मत (रोड रेस्टोरेशन) का कार्य न किया जाना है।
सीवर लाइन का काम अधूरा, सड़क बनी दलदल
स्थानीय नागरिकों के अनुसार यह समस्या बीते तीन महीनों से लगातार बनी हुई है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी हैं। सड़क की स्थिति यह है कि धूप में धूल उड़ती है और बारिश में यह सड़क दलदल बन जाती है। हालत यह है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। वार्ड क्रमांक 30 और 40 को जोड़ने वाली इस सड़क की डॉ. सफी वाली गली में हालात और भी खराब हैं।स्थानीय लोगों का आरोप है कि सीवर लाइन परियोजना के ठेकेदार ने बिना किसी जिम्मेदारी के काम अधूरा छोड़ दिया और संबंधित अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। रोड रेस्टोरेशन न होने के बावजूद किसी पर कार्रवाई नहीं होना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। नागरिकों और व्यापारियों की मांग है कि इस सड़क की मरम्मत तत्काल की जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
हमें उम्मीद थी कि स्मार्ट सिटी बनने के बाद अच्छी सड़कें मिलेंगी, लेकिन हालत और बदतर हो गई है। यह सड़क हर समय दुर्घटना को दावत देती है। इस सड़क को जल्द से जल्द बनवाया जाय ताकि लोग सुगमता से इस पर चल सकें।
नरेश बुधवानी, फल विक्रेता
सड़कों के नाम पर कागजी काम हो रहे हैं जिसका दंश जनता भोग रही है। धूप निकलने पर धूल उड़ती है ओर बारिश में सड़क दलदल का रूप ले लेती है। सीवर लाइन परियोजना के ठेकेदार के आगे अधिकारी भी बेबस नजर आ रहे है, तभी तो रोड रेस्टारेशन न करने पर भी उस पर कार्रवाई नहीं हुई।
दीपू श्रीवास्तव, भैसाखाना
टूटी सड़कें मेरे ऑटो को नुकसान पहुंचा रही हैं और मरम्मत में होने वाला खर्च मेरी बचत को निगल रहा है। अब दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है। सड़क तत्काल बनाई जाय।
उज्जवल साहू, बजरहा टोला
सड़कें खराब होने का खामियाजा हम दुकानदारों को भी भोगना पड़ रहा है। सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है जिससे धूप में धूल उड़कर दुकान में रखे सामान को खराब कर देती है। सड़क पर धूल-मिट्टी और बारिश में कीचड़ के कारण ग्राहक नहीं आते जिससे व्यापार चौपट हो रहा है।
राजू साहू, कपड़ा व्यवसायी