बाणसागर बांध से बीहर और बिछिया नदी में पानी का प्रवाह रोकने से रीवा जिले की तीन विद्युत उत्पादन इकाइयां ठप हो गई हैं। इससे 360 केवीए बिजली उत्पादन रुक गया है और लाखों का नुकसान संभावित है। साथ ही पेयजल और कृषि कार्यों पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका है।
By: Star News
रीवा, स्टार समाचार वेब
बाणसागर बांध देवलोंद से बीहर एवं बिछिया नदी में आने वाला पानी रोक दिया गया है। ऐसी स्थिति में सिलपरा, झिन्ना एवं सिरमौर में बनने वाली बिजली में संकट पैदा हो गया है। यह कोई पहली बार नहीं है आए दिन नहर में डूबने के बाद शव का पता लगाने के लिए पानी का प्रवाह रोका जाता है। गौरतलब है कि शहर के आम नागरिकों को पेयजल के लिए पानी की सप्लाई बीहर नदी से भी की जाती है। ऐसी स्थिति में नदी का प्रवाह रुक जाने से जो पानी आम लोगों को सप्लाई किया जाएगा वह प्रदूषित होगा। आलम यह है कि नदी की धारा रुक जाने के बाद पानी रुक जाता है और उसमें प्रदूषण बढ़ जाता है।
पानी पहुंचने में 12 घंटे का समय
बाणसागर बांध से बीहर एवं बिछिया नदी में पानी पहुंचने के लिए 12 घंटे का समय लगता है। ऐसी स्थिति में बुधवार की रात पानी बंद किया गया है अब दोबारा पानी छोड़ने के बाद 720 केवीए विद्युत का नुकसान होने की संभावना बताई गई है। हालांकि अभी यह तय नहीं हो पाया है कि बाणसागर बांध से कब पानी नहरों के माध्यम से बीहर बिछिया में पहुंच पाएगा। यहां पर खास बात यह है कि बाणसागर से नहरों के माध्यम से बीहर बिछिया नदी में पहुंचने वाले पानी से न केवल बिजली बनाई जाती है बल्कि शहर के आम लोगों को पीने के लिए पानी भी बीहर नदी से ही उपलब्ध कराया जाता है। खरीफ की बोनी भी लगभग शुरू हो गई है ऐसे में मौसम को देखते हुए किसानों को भी रोपा के लिए पानी की आवश्यकता होगी। पानी बंद हो जाने से न केवल शहर के आम लोगों को समस्या होगी बल्कि लाखों रुपए की बनने वाली बिजली का भी नुकसान होगा।
विद्युत उत्पादन न होने से लाखों का नुकसान
बाणसागर बांध से नहरों के माध्यम से बीहर एवं बिछिया नदी में आने वाले पानी से बिजली का उत्पादन किया जाता है। ऐसी स्थिति में बांध से पानी रोक देने के बाद बिजली का उत्पादन नहीं हो पाएगा और शासन को लाखों का नुकसान होगा। यहां पर यह बता दें कि झिन्ना में सीडब्लयूसी की 10-10 केवीए की दो यूनिट लगाई गई हैं जिससे 20 केवीए विद्युत उत्पादन होता है, वहीं सिलपरा में 15 केवीए की तीन यूनिट लगी हैं जिनमें 45 केवीए विद्युत उत्पादन हो रहा है। वहीं सिरमौर में 105 केवीए की तीन यूनिट लगाई गई हैं जिनमें 315 केवीए विद्युत उत्पादन किया जाता है। पानी बंद हो जाने से 360 केवीए विद्युत उत्पादन पूरी तरह से ठप हो जाएगा।