जेफ्री एपस्टीन मामले में 70 नई तस्वीरें और 'लोलिता' के अंशों का खुलासा। जानें क्या हैं एपस्टीन फाइल्स और कैसे ये दुनिया के ताकतवर लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
By: Ajay Tiwari
Dec 19, 20259:56 PM
70 नई तस्वीरों का खुलासा: हाउस ओवरसाइट कमेटी ने एपस्टीन के निजी विमान और डिनर इवेंट्स की तस्वीरें जारी कीं, जिनमें बिल गेट्स और नोम चॉम्स्की जैसे दिग्गज दिखाई दे रहे हैं।
विचलित करने वाले शारीरिक साक्ष्य: तस्वीरों में महिलाओं के अंगों पर नाबालिग शोषण पर आधारित उपन्यास 'लोलिता' के उद्धरण लिखे पाए गए हैं, जो एपस्टीन की मानसिकता को दर्शाते हैं।
ट्रैफिकिंग नेटवर्क के दस्तावेज: कई यूरोपीय देशों की महिलाओं के पासपोर्ट और 'पैसे के बदले लड़कियां' भेजने वाले चैट स्क्रीनशॉट एपस्टीन के अवैध नेटवर्क की पुष्टि करते हैं।
DOJ की डेडलाइन: 19 दिसंबर 2025 तक न्याय विभाग को महत्वपूर्ण फाइलें जारी करनी हैं, जिससे कई बड़े नामों के चेहरे बेनकाब होने की संभावना है।
वाशिंगटन डीसी, स्टार समाचार वेब
जेफ्री एपस्टीन का काला साम्राज्य एक बार फिर दुनिया के सामने बेनकाब हो रहा है। हाउस ऑफ ओवरसाइट कमेटी ने एपस्टीन के एस्टेट से प्राप्त 70 नई तस्वीरें सार्वजनिक की हैं, जिन्होंने वैश्विक राजनीति और कॉरपोरेट जगत में हड़कंप मचा दिया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) को 'एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट' के तहत आज महत्वपूर्ण दस्तावेज सार्वजनिक करने हैं। इन तस्वीरों ने न केवल ताकतवर लोगों की मौजूदगी को उजागर किया है, बल्कि एपस्टीन के भयावह नेटवर्क की गहराई को भी दर्शाया है।
जारी की गई तस्वीरों में दुनिया के कुछ सबसे प्रभावशाली नाम दिखाई दे रहे हैं। इनमें बिल गेट्स, प्रसिद्ध भाषाविद नोम चॉम्स्की, गूगल के सर्गेई ब्रिन और स्टीव बैनन जैसे रसूखदार लोग एपस्टीन के साथ अलग-अलग मौकों पर नजर आ रहे हैं। हालाँकि, कमेटी ने स्पष्ट किया है कि केवल तस्वीर में होने का अर्थ अपराध की पुष्टि नहीं है। सबसे विचलित करने वाली तस्वीरों में महिलाओं के शरीर पर व्लादिमीर नाबोकोव के उपन्यास 'लोलिता' के अंश लिखे मिले हैं। 'लोलिता' नाबालिग के शोषण की कहानी है, जिसे एपस्टीन की गतिविधियों से जोड़कर देखा जाना मामले को और अधिक संगीन बनाता है।
दस्तावेजों में रूस, यूक्रेन, लिथुआनिया और चेक गणराज्य जैसे देशों की महिलाओं के पासपोर्ट और पहचान पत्र भी मिले हैं। कमेटी का दावा है कि ये उन महिलाओं के दस्तावेज हैं जिनका इस्तेमाल एपस्टीन और उसके नेटवर्क द्वारा किया जाता था। इसके अलावा, एक टेक्स्ट मैसेज का स्क्रीनशॉट भी सामने आया है जिसमें '1000 डॉलर प्रति लड़की' की दर से लड़कियों को भेजने की बात कही गई है। यह सीधा संकेत है कि एपस्टीन का सेक्स ट्रैफिकिंग नेटवर्क कितना संगठित और क्रूर था।
'एपस्टीन फाइल्स' असल में एफबीआई और न्याय विभाग द्वारा 2008 और 2019 की जांच के दौरान एकत्रित किया गया 300जीबी से अधिक का डिजिटल डेटा है। इसमें इंटरव्यू ट्रांसक्रिप्ट, खुफिया वीडियो और बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी शामिल है। अब सबकी नजरें अटॉर्नी जनरल पर टिकी हैं कि वे इस डेटा में से कितना हिस्सा सार्वजनिक करते हैं और कितना हिस्सा 'पीड़ितों की सुरक्षा' के नाम पर गोपनीय रखा जाता है। इस मामले ने अमेरिका में आगामी चुनावों से पहले एक बड़ी राजनीतिक जंग छेड़ दी है।