सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इतिहास में पहली बार एक महिला कांस्टेबल ने सिर्फ पांच महीनों में पदोन्नति पाकर असंभव को संभव कर दिखाया है। उत्तर प्रदेश के दादरी की रहने वाली बढ़ई की बेटी शिवानी ने 18 साल में मिलने वाले मुकाम को रिकॉर्ड समय में हासिल कर इतिहास रच दिया है।
By: Arvind Mishra
Oct 24, 20251 hour ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के इतिहास में पहली बार एक महिला कांस्टेबल ने सिर्फ पांच महीनों में पदोन्नति पाकर असंभव को संभव कर दिखाया है। उत्तर प्रदेश के दादरी की रहने वाली बढ़ई की बेटी शिवानी ने 18 साल में मिलने वाले मुकाम को रिकॉर्ड समय में हासिल कर इतिहास रच दिया है। दरअसल, 21 वर्षीय शिवानी ने जून-2025 में बीएसएफ ज्वाइन किया था और ब्राजील में आयोजित 17वीं विश्व वुशु चैंपियनशिप (31 अगस्त से 8 सितंबर) में रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। इस उपलब्धि के बाद उन्हें आउट आफ टर्न प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बनाया गया। बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने स्वयं शिवानी को रिबन लगाकर यह सम्मान प्रदान किया।
बीएसएफ महानिदेशक ने कहा कि शिवानी का प्रदर्शन असाधारण रहा है। यह मौका बहुत कम लोगों को मिलता है। यह न केवल शिवानी के लिए बल्कि उनके परिवार और समाज के लिए भी प्रेरणा का विषय है। बीएसएफ ने लगातार दूसरे वर्ष किसी खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पर समय से पहले प्रमोशन दिया है। इससे पहले जुलाई 2025 में कांस्टेबल अनुज को भी ऐसी ही सम्मानजनक पदोन्नति मिली थी।
वहीं एक चर्चा के दौरान शिवानी ने कहा कि वह प्रतिदिन चार घंटे अभ्यास करती हैं। उनका अगला लक्ष्य विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतना है। उन्होंने कहा-मैं अपने देश और बीएसएफ का नाम ऊंचा करने के लिए पूरी मेहनत कर रही हूं।