मध्य प्रदेश के भिंड में दलित ड्राइवर के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है। तीन युवकों पर अपहरण, बेरहमी से मारपीट और जबरन पेशाब पिलाने का आरोप है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, SC-ST एक्ट के तहत केस दर्ज। कलेक्टर ने दिए त्वरित जांच के निर्देश।
By: Ajay Tiwari
Oct 21, 20254 hours ago
भिंड. स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में एक दलित युवक के साथ अमानवीयता की बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। एक दलित ड्राइवर को कथित तौर पर अगवा कर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई, जबरन शराब पिलाई गई और पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया। गंभीर रूप से घायल पीड़ित को मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए, कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा और एडिशनल एसपी संजीव पाठक ने तुरंत अस्पताल पहुंचकर पीड़ित और उसके परिवार से मुलाकात की और मामले की जानकारी ली।
ग्वालियर से अपहरण कर भिंड लाए थे आरोपी
पीड़ित युवक, जो पेशे से ड्राइवर है, ने पुलिस को बताया कि वह पहले दतावली गांव के सोनू बरुआ की बोलेरो चलाता था। काम छोड़ने के बाद वह ग्वालियर में अपने ससुराल में रह रहा था। सोमवार रात को सोनू बरुआ, आलोक पाठक (दतावली निवासी) और छोटू ओझा (भिंड निवासी) ग्वालियर पहुंचे और उसे जबरन कार में बिठाकर भिंड के सुरपुरा गांव ले आए।
बंधक बनाकर की बर्बरता
पीड़ित के अनुसार, सुरपुरा पहुंचते ही तीनों आरोपियों ने उसे बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा। इसके बाद उसे जबरन शराब पिलाई गई और फिर उसके साथ जबरदस्ती पेशाब पिलाने की घिनौनी हरकत की गई। जब पीड़ित की हालत गंभीर हो गई, तो आरोपी उसे वहीं छोड़कर फरार हो गए। पीड़ित ने किसी तरह अपने परिजनों को फोन किया, जिन्होंने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया।
दो आरोपी हिरासत में, सख्त कार्रवाई के निर्देश
एडिशनल एसपी संजीव पाठक ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण, मारपीट, बंधक बनाने और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (SC-ST Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। मुख्य आरोपी सोनू बरुआ और आलोक पाठक को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि छोटू ओझा की तलाश जारी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जबरन पेशाब पिलाने के गंभीर आरोप की जांच मेडिकल रिपोर्ट और पीड़ित के बयान के आधार पर प्राथमिकता से की जाएगी।
कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा ने अस्पताल में चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीड़ित को तुरंत सर्वोत्तम उपचार और हर संभव सहायता प्रदान की जाए। कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाएगी, और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।