मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं को भाई दूज के अवसर पर मिलने वाली ₹250 की विशेष किस्त गुरुवार को जारी नहीं की गई। यह राशि मुख्यमंत्री निवास, भोपाल में आयोजित लाड़ली बहना कार्यक्रम के दौरान सीधे खातों में हस्तांतरित की जानी थी, जिसके लिए प्रदेश भर से बड़ी संख्या में बहनें मुख्यमंत्री निवास पहुंची थीं।
By: Ajay Tiwari
Oct 23, 2025just now
हाइलाइट्स
भोपाल. स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश में लाड़ली बहना योजना की लाभार्थी महिलाओं को भाई दूज के अवसर पर मिलने वाली ₹250 की विशेष किस्त गुरुवार को जारी नहीं की गई। यह राशि मुख्यमंत्री निवास, भोपाल में आयोजित लाड़ली बहना कार्यक्रम के दौरान सीधे खातों में हस्तांतरित की जानी थी, जिसके लिए प्रदेश भर से बड़ी संख्या में बहनें मुख्यमंत्री निवास पहुंची थीं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित लाड़ली बहनों को संबोधित करते हुए घोषणा की कि ₹250 की यह किस्त अगले महीने एक करोड़ 26 लाख बहनों के बैंक खातों में जमा की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि योजना की मासिक राशि ₹1250 को बढ़ाकर ₹1500 किया जा रहा है, और यह बढ़ी हुई राशि भी नवंबर माह से हर महीने दी जाएगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त निधि निवेदिता ने पुष्टि की कि गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में कोई राशि जमा नहीं कराई गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि ₹1500 की बढ़ी हुई राशि अगले माह (नवंबर) से ट्रांसफर की जाएगी। नवंबर से ₹1500 जमा होने पर सरकार पर ₹300 करोड़ से अधिक का अतिरिक्त खर्च आएगा। अब तक, योजना के अंतर्गत ₹44,917.92 करोड़ सीधे बहनों के खातों में भेजे जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महिलाओं के सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहनों को 33\% आरक्षण की व्यवस्था की गई है, जिससे $2029$ के बाद विधायिका में महिलाओं की संख्या बढ़ेगी।
उन्होंने अन्य लाभों की भी घोषणा की:
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पिछले दो महीनों में कई बार भाई दूज से पहले ₹$250$ की अतिरिक्त राशि देने और अगले महीने से ₹$1500$ मासिक किस्त देने का ऐलान किया था। इससे पहले, 15 अक्टूबर को ही ₹1500 एक साथ देने की तैयारी थी, लेकिन वित्तीय बजट प्रबंधन न हो पाने के कारण इसे भाई दूज तक टाल दिया गया था। अब यह राशि नवंबर माह में हस्तांतरित होगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ मंत्री निर्मला भूरिया और मंत्री कृष्णा गौर भी मौजूद रहीं।