सावन 2025 (11 जुलाई से 9 अगस्त) से पहले अपने घर को वास्तु के अनुसार तैयार करें। नकारात्मक ऊर्जा हटाकर सकारात्मकता लाएं और शिव आराधना का पूरा फल पाएं। जानें सफाई, वस्तु हटाने और खंडित मूर्तियों के निपटान के उपाय।
By: Ajay Tiwari
Jun 29, 20256:31 PM
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स्टार समाचार वेब.
हिंदू धर्म में श्रावण मास को अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान शिव को समर्पित यह महीना भक्ति, तपस्या और श्रद्धा का प्रतीक है। हालाँकि, यदि घर में वास्तु दोष हो, तो व्यक्ति को न तो पूजा-पाठ का पूरा फल मिलता है और न ही व्रत-उपवास का कोई प्रभाव दिखाई देता है। ऐसे में, सावन शुरू होने से पहले कुछ ज़रूरी बदलाव और साफ़-सफाई करके घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरना बेहद आवश्यक हो जाता है।
इस वर्ष श्रावण माह की शुरुआत 11 जुलाई 2025 से हो रही है और इसका समापन 9 अगस्त 2025 को होगा। इस पूरे महीने को शिव आराधना और व्रत के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। इस बार सावन में कुल चार सावन सोमवार पड़ेंगे:
14 जुलाई 2025 – पहला सोमवार
21 जुलाई 2025 – दूसरा सोमवार
28 जुलाई 2025 – तीसरा सोमवार
4 अगस्त 2025 – चौथा सोमवार
सावन का महीना केवल व्रत-उपवास का नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और आस्था का महीना है। यदि आप इस पावन समय में भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो इन छोटे-छोटे वास्तु उपायों को ज़रूर अपनाएं:
पूरे घर की सफ़ाई करें: सावन शुरू होने से पहले अपने घर की पूरी साफ़-सफाई करें। विशेष रूप से पूजा स्थल की सफ़ाई का ध्यान रखें। मंदिर में जमी धूल को साफ़ करें और वहाँ गंगाजल का छिड़काव करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।
इन वस्तुओं को घर से हटाएँ: यदि घर में शराब, सिगरेट या अन्य नशीले पदार्थ रखे गए हैं, तो उन्हें तुरंत बाहर कर दें। साथ ही, लहसुन, प्याज जैसे तामसिक भोजन की चीज़ों को भी घर से हटा देना चाहिए। ये वस्तुएँ न केवल वातावरण को दूषित करती हैं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास में भी बाधा बनती हैं।
खंडित मूर्तियों को हटाएँ: अगर आपके घर में किसी देवी-देवता की मूर्ति टूटी हुई है, तो सावन शुरू होने से पहले उसका विधिवत निस्तारण कर दें। इन्हें पास की नदी में प्रवाहित करें, या फिर किसी मंदिर में या पीपल के वृक्ष के नीचे स्थान दें। खंडित मूर्तियों को घर में रखना अशुभ माना गया है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहाँ दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
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