रीवा जिले के मनगवां स्थित तिवनी तालाब में अवैध गहरीकरण से सरकारी संपत्तियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। स्कूल भवन जर्जर, पशु चिकित्सालय जलमग्न और जलापूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो चुकी है। मनरेगा फंड के दुरुपयोग और प्रशासनिक मौन पर ग्रामीणों ने जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
By: Star News
Sep 10, 20251 hour ago
हाइलाइट्स
अवैध गहरीकरण से हायर सेकेंडरी स्कूल की बिल्डिंग जर्जर और पढ़ाई प्रभावित।
पशु चिकित्सालय दो महीने से जलमग्न, ग्रामीणों के घरों में घुसा तालाब का पानी।
मनरेगा फंड में फर्जी भुगतान और खेल मैदान की योजना पर लगा ब्रेक।
मनगवां, स्टार समाचार वेब
जिले के तिवनी गांव में तालाब के अवैध गहरीकरण ने स्थानीय बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इस अनाधिकृत कार्य के चलते शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल, कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल, प्राथमिक शाला और पशु चिकित्सालय को भारी नुकसान पहुंचा है। गांव के निवासी प्रकाश तिवारी ने इस संबंध में आयुक्त से शिकायत कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और जांच की मांग की है।
अवैध गहरीकरण कार्य स्कूल परिसरों की बाउंड्री से सटकर किया गया, जिससे हायर सेकेंडरी स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो गई है और विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। प्राचार्य ने इस मुद्दे को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को भी पत्र लिखा है। वहीं, पशु चिकित्सालय पिछले दो महीनों से जलमग्न है, जिससे पशुपालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात में तालाब का पानी कई घरों में घुस गया, जिससे लोगों के मकानों को नुकसान हुआ है। आरोप है कि यह कार्य बिना किसी वर्क आॅर्डर या प्रशासनिक स्वीकृति के किया गया। गहरीकरण के दौरान गांव की जलापूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे 2-3 महीनों से पानी का संकट बना हुआ है। जल संसाधन विभाग द्वारा भी पत्राचार किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन सौंपे जाने के बाद रीवा संभाग के आयुक्त ने जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
खेल मैदान का था प्रस्ताव
तिवनी गांव में स्थित स्व. श्रीनिवास तिवारी हायर सेकेंडरी स्कूल के पास पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा क्रिकेट स्टेडियम की घोषणा की गई थी। ग्राम सभा द्वारा पास प्रस्ताव के तहत उसी स्थान पर खेल मैदान निर्माण की मंजूरी भी दी गई थी। लेकिन उसी जमीन पर अवैध रूप से तालाब को बना दिया गया, जिससे खेल मैदान की योजना अधर में लटक गई है।
मनरेगा फंड का दुरुपयोग
प्रकाश तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि काम मशीनों से करवाया गया, जबकि मनरेगा योजना के अंतर्गत मजदूरी दिखाकर फर्जी भुगतान किया गया। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर कई बार शिकायत करने के बावजूद हर बार झूठे निराकरण देकर मामले को बंद कर दिया गया। इस पूरे प्रकरण में टीपी गुर्दवान की मुख्य भूमिका रही, जिन्हें पहले फर्जी डिग्री मामले में दोषी पाया गया था और उन पर आयुक्त द्वारा कार्रवाई भी की गई थी।