इंडिगो की 1200 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल होने के बाद DGCA ने FDTL के दूसरे चरण पर अस्थायी रोक लगाई। पायलटों को अब पहले की तरह 36 घंटे का साप्ताहिक आराम मिलेगा।
By: Ajay Tiwari
Dec 05, 20255:48 PM
पिछले 4 दिनों में इंडिगो की 1200+ फ्लाइटें कैंसिल
DGCA ने FDTL के दूसरे चरण को 10 फरवरी 2026 तक रोका
पायलटों को अब 48 घंटे नहीं, पहले जैसे 36 घंटे आराम मिलेंगे
नियमों से क्रू की कमी और ऑपरेशन पर बड़ा असर पड़ा
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में पिछले चार दिनों के भीतर 1200 से अधिक फ्लाइटें रद्द होने के बाद केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने शुक्रवार को एयरलाइंस विशेषकर इंडिगो को 10 फरवरी 2026 तक अस्थायी राहत देते हुए नया आदेश वापस ले लिया।

इंडिगो का कहना था कि DGCA के नए नियमों की वजह से पायलट और अन्य क्रू की भारी कमी हो गई, जिससे उसका संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। DGCA ने 1 नवंबर से फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) का दूसरा चरण लागू किया था, जबकि पहला चरण 1 जुलाई से प्रभावी था। FDTL के दूसरे चरण में एयरलाइंस के लिए पायलटों को सप्ताह में 48 घंटे यानी दो दिन का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य था और किसी भी छुट्टी को वीकली रेस्ट में शामिल करने पर रोक थी। लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगाई गई थी।
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पायलटों की थकान कम करने के उद्देश्य से बनाए गए इन नियमों को अब अस्थायी रूप से वापस ले लिया गया है। नए फैसले के बाद क्रू को पहले की तरह हर हफ्ते लगातार 36 घंटे का आराम मिलेगा, जिससे ऑपरेशनल दबाव कम होने की उम्मीद है।
देशभर में इंडियों की फ्लाइट में रुकावट पर मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन ने कहा है कि भारत सरकार ने इंडिगो की सर्विस में आई रुकावट की हाई-लेवल जांच कराने का फैसला किया है। मिनिस्ट्री ने कहा कि जांच में यह पता लगाया जाएगा कि इंडिगो में क्या गलत हुआ, जहां भी जरूरी होगा वहां जवाबदेही तय की जाएगी और सही कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसी रुकावटों को रोकने के लिए उपाय सुझाए जाएंगे, ताकि यात्रियों को दोबारा ऐसी मुश्किलों का सामना न करना पड़े।