खंडवा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने वाले अंतरजिला गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरोह के मास्टरमाइंड डॉ. प्रतीक नवलखे समेत तीन आरोपी भोपाल से गिरफ्तार किए गए। जब्त सामग्री में ₹25 हजार के नकली नोट, लैपटॉप और नोट छापने के उपकरण शामिल हैं।
By: Ajay Tiwari
Nov 23, 20259:16 PM
हाइलाइट्स
खंडवा . स्टार समाचार वेब
खंडवा पुलिस ने नकली नोटों की छपाई और वितरण में शामिल एक बड़े अंतरजिला संगठित गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है। इस त्वरित और समन्वित कार्रवाई में गिरोह के मुख्य सरगना डॉ. प्रतीक नवलखे सहित कुल तीन आरोपियों को रविवार, 23 नवंबर 2025 को भोपाल से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 25 हजार रुपये के नकली नोट, 9 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 32 एटीएम कार्ड, 15 चेक बुक और एक ड्रायर मशीन समेत बड़ी मात्रा में अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है।
इस मामले की शुरुआत 2 नवंबर 2025 को हुई थी, जब थाना जावर क्षेत्र के ग्राम पेठिया में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मौलाना जुबेर के कमरे में दबिश दी। उस समय मौके से 19 लाख 78 हजार रुपये के नकली नोट और नोट छापने के उपकरण बरामद किए गए थे। इस गंभीर मामले की विवेचना के लिए पुलिस अधीक्षक खंडवा श्री मनोज कुमार राय ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री महेंद्र तारनेकर के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। एसआईटी ने लगातार तकनीकी विश्लेषण और मैदानी स्तर पर छानबीन जारी रखी।
गहन विवेचना के दौरान पुलिस को यह महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि मौलाना जुबेर को नकली नोट उपलब्ध कराने वाला मुख्य आरोपी बुरहानपुर निवासी डॉ. प्रतीक नवलखे है। मुखबिर से पुख्ता सूचना मिली कि गिरोह के सदस्य भोपाल के बागमुगलिया क्षेत्र स्थित एक किराए के मकान में छिपे हुए हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए जावर थाना पुलिस की टीम ने तुरंत भोपाल में दबिश दी और तीन आरोपियों— डॉ. प्रतीक नवलखे (43 वर्ष, निवासी बुरहानपुर), गोपाल उर्फ राहुल (35 वर्ष, निवासी हरदा, हाल निवासी भोपाल) और दिनेश गोरे (43 वर्ष, निवासी अमरावती, महाराष्ट्र)— को गिरफ्तार किया।
मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए इस त्वरित और निर्णायक एक्शन से नकली मुद्रा के प्रसार में सक्रिय एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस की सतर्कता, तकनीकी विशेषज्ञता और टीमवर्क के माध्यम से प्रदेश में आर्थिक अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है। मध्यप्रदेश पुलिस नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई जारी रखेगी।