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जुलाई बीत गया, पढ़ाई अधूरी रह गई: शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरदमन में अब तक नहीं बंटी किताबें, शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर

मऊगंज के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरदमन में जुलाई माह समाप्त होने के बाद भी कक्षा 6, 7 और 8 के बच्चों को अब तक किताबें नहीं मिल पाई हैं। शिक्षक मोबाइल में व्यस्त और क्लास खाली मिली। शिक्षा विभाग की लापरवाही से बच्चों की पढ़ाई ठप पड़ी है।

By: Yogesh Patel

Aug 02, 202518 hours ago

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जुलाई बीत गया, पढ़ाई अधूरी रह गई: शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरदमन में अब तक नहीं बंटी किताबें, शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर

हाइलाइट्स 

  • जुलाई का महीना समाप्त, लेकिन विद्यार्थियों को नहीं मिली जरूरी किताबें।
  • शिक्षक मोबाइल में व्यस्त, प्रधानाध्यापक ने संकुल पर डाला दोष।
  • बिना किताबों के क्लासें खाली, बच्चों की शिक्षा प्रभावित।

मऊगंज, स्टार समाचार वेब

आए दिन शिक्षा विभाग की अव्यवस्था की नई-नई तस्वीरें सामने आ रही है। कभी विद्यालय में शिक्षक नहीं रहते तो कभी विद्यालय भवन से बाहर क्लास लगती है। लेकिन इस बार इससे अलग मामला सामने आया है। पिपराही संकुल के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरदमन में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जुलाई का महीना खत्म हो गया लेकिन कई विषयों की किताबें अभी तक नहीं मिली है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

यहां अध्ययनरत कक्षा 6, 7 और 8 के बच्चों ने स्कूल की पोल खोल के रख दी है। बच्चों ने बताया कि   केवल इंग्लिश ग्रामर पढ़ रहे हैं। वहीं जब प्रधानाध्यापक से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि अभी संकुल पिपराही से किताबें प्राप्त नहीं हुई है। संकुल पर ठीकरा फोड़ते हुये किनारा काट लिये। वहीं इस मामले में पिपराही संकुल प्राचार्य ने सवालों का जबाव देने बचते नजर आये। ऐसे में जाहिर है कि यहां पदस्थ शिक्षकों को बच्चों की पढाई से कोई लेना देना नहीं है। बच्चे क्या पढ़ रहे हैं, उनके पास किताबे क्यों नही पहुंची, इस पर गंभीर नहीं है। लिहाजा डेढ़ माह बाद भी बच्चों की पढाई शून्य है।

मोबाइल में व्यस्त रहे शिक्षक

शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरदमन के प्रधानाध्यापक और शिक्षक सवालों से बचने के लिए मोबाइल पर नजरें फेर रहे थे। जब प्रधानाध्यापक से सवाल किया गया तो वह मोबाइल में व्यस्तता दिखाते हुए गैर जिम्मेदाराना जबाव दिए और बोले कि जैसे ही किताबें मिलती है। वैसे ही बच्चों को किताबें बांट दी जाएगी। इस दौरान शिक्षक मोबाइल से ही चिपके नजर आए।

किताबों के बगैर कैसे लगे क्लास

मध्य प्रदेश सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई तरह की प्रयास कर रही है लेकिन शासन स्तर पर उन प्रयासों पर पानी फेरा जा रहा है। जहां बच्चों को अभी तक पुस्तक नसीब नहीं हो पा रही हैं। जब हमारे संवाददाता स्कूल पहुंचे तो यहां तक कि पूरी क्लास खाली पड़ी थी। शिक्षक आपस में गप्पे लड़ा रहे थे। बच्चों को किताबें न मिलने की वजह से उनकी शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है।

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