सतना जिले के कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन सिलेंडर से गैस लीकेज और तेज आवाज के बाद अफरा-तफरी मच गई। हालांकि सिलेंडर नहीं फटा, लेकिन मरीजों और परिजनों में हड़कंप मच गया। अस्पताल की स्थिति पहले से ही बदहाल है, एक्स-रे मशीन 2 साल से बंद पड़ी है और बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है।
By: Star News
Aug 20, 20252 hours ago
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को दोपहर अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब किसी ने ऑक्सीजन सिलेंडर फटने की खबर फैला दी। दर असल उस समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में काफी संख्या में मरीजों की भीड़ थी। बताया गया कि अचानक से किसी ने दूसरे मंजिला में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने की खबर फैला दी। खबर फैलते ही लोग भागने लगे और नीचे के ग्राउंड फ्लोर व दूसरे मंजिला की बिल्डिंग पर भी मौजूद सभी मरीज एवं उनके परिजन भागने लगे। कुछ देर के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हड़कंप मच गया हालांकि भीड़ से कोई जनहानि की खबर सामने नहीं आई। बताया गया कि आॅक्सीजन सिलेंडर में लगे कांच का ढक्कन अधिक प्रेशर पड़ने की वजह से टूट गया था जिससे उसकी गैस लीकेज हो गई और अचानक तेज आवाज निकली। वहां मौजूद लोगों को लगा कि सिलेंडर फट गया है। भगदड़ के दौरान स्टोर कीपर संतोष कुमार के हाथ में चोट भी मामला तब शांत हुआ जब मौजूद स्टाफ ने बताया कि सिलेंडर नहीं फटा है कांच का ढक्कन टूट गया था जिससे गैस लीकेज हो गई थी।
नहीं शुरू हो पाई एक्स-रे मशीन
बताया गया कि केंद्र में एक्स-रे मशीन विगत 2 वर्ष पहले मिल जाने के बावजूद भी आज तक नहीं चालू हो पाई जबकि एक्स-रे आॅपरेटर की भर्ती भी यहां की गई है, जो कि मुफ्त में तनख्वाह उठा रहा है। स्वास्थ्य संस्था का स्टाफ इसके लिए ट्रांसफार्मर का बहाना बनाते रहते हैं।
चर्चा में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
कोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कई दिनों से चर्चा का केंद्र बिंदु बना हुआ है। यहां पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं कम और सुर्खियां ज्यादा बटोरने को मिलती हैं। यह स्थान अब जन्मदिन बनाने का अड्डा बनता जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूदा हालात ऐसे हैं कि यहां पर न ही सही समय पर डॉक्टर मौजूद रहते हैं न ही स्टाफ। वार्डों में बेडशीट, चादर, तकिया, पानी, पंखा व दवाइयां जैसी सुविधाओं का भी टोटा बना रहता है। गौरतलब है कि एक दिन पहले सोमवार 18 अगस्त को ही कोठी अस्पताल में पदस्थ नर्स ने बयान जारी कर कहा था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकीय सुविधाओं विहीन संचालित हो रहा है। मरीज के अनुसार बेड की संख्या भी काफी कम है। आॅपरेशन लेबर रूम में भी बेड़ो की संख्या कम है। कभी-कभी प्रसुताओं को जमीन में बेडशीट देकर इलाज करना पड़ता है जिससे मरीजों में संक्रमण का भी डर बना रहता है।