मध्य प्रदेश राज्य पुलिस सेवा के चार अधिकारियों—विक्रांत मुरब, सुरेंद्र कुमार जैन, आशीष खरे और राजेश रघुवंशी—को आईपीएस कैडर मिला है। जानें पूरी चयन प्रक्रिया और डीपीसी के विवरण
By: Ajay Tiwari
Dec 24, 20255:50 PM
भोपाल | स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश पुलिस प्रशासन में पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे अधिकारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक आधिकारिक आदेश जारी करते हुए राज्य पुलिस सेवा (SPS) के चार वरिष्ठ अधिकारियों को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) कैडर प्रदान किया है। ये अधिकारी वर्ष 2024 की विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की सिफारिशों के आधार पर चयनित किए गए हैं।
जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, निम्नलिखित अधिकारियों को आईपीएस कैडर से नवाजा गया है:
विक्रांत मुरब (1997 बैच)
सुरेंद्र कुमार जैन (1998 बैच)
आशीष खरे (1998 बैच)
राजेश रघुवंशी (1998 बैच)
ये सभी अधिकारी नियुक्ति की तारीख से एक वर्ष की परिवीक्षा अवधि (Probation Period) पर रहेंगे।
इन अधिकारियों की पदोन्नति के लिए 21 नवंबर 2024 को डीपीसी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के ठीक एक माह बाद आज इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 12 सितंबर को भी एक बैठक बुलाई गई थी, लेकिन प्रशासनिक कारणों और नोटिफिकेशन में देरी के चलते उसे निरस्त करना पड़ा था। अंततः 21 नवंबर की बैठक में इन नामों पर अंतिम मुहर लगी।
पदोन्नति की इस प्रक्रिया में वरिष्ठता सूची में सबसे ऊपर सीताराम ससत्या और अमृत मीणा के नाम शामिल थे। हालांकि, तकनीकी और विभागीय कारणों से इन्हें इस सूची में स्थान नहीं मिल सका। अमृत मीणा के जाति प्रमाण पत्र पर आई आपत्ति के कारण उनका प्रमोशन रुक गया है, जबकि सीताराम ससत्या विभागीय जांच (DE) का सामना करने के कारण इस अवसर से वंचित रह गए।
आईपीएस कैडर के लिए कुल 15 अधिकारियों के नामों पर गहन विचार-विमर्श किया गया था। विचारणीय सूची में निमिषा पांडेय, राजेश कुमार मिश्रा, मलय जैन, अमित सक्सेना, मनीषा पाठक सोनी, सुमन गुर्जर, सव्यसाची सर्राफ, समर वर्मा और सत्येंद्र सिंह तोमर जैसे नाम शामिल थे। अंततः वरिष्ठता और सर्विस रिकॉर्ड के आधार पर चार अधिकारियों का चयन सुनिश्चित किया गया।
इस प्रमोशन से राज्य के पुलिस महकमे में नई ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद है, क्योंकि लंबे समय से इन पदों पर पदोन्नति का इंतजार किया जा रहा था।