पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चमन सीमा पर भारी गोलीबारी हुई, जिसमें 4 अफगान नागरिक मारे गए। जानें दोनों देशों के बीच ताजा तनाव और आरोप-प्रत्यारोप की पूरी खबर।
By: Ajay Tiwari
Dec 06, 20255:06 PM
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर एक बार फिर से गंभीर तनाव बढ़ गया है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच चमन सीमा क्षेत्र में भारी गोलीबारी की घटना सामने आई है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान की तरफ से हुई इस गोलीबारी में चार नागरिक मारे गए हैं। अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक जिले के गवर्नर ने इन मौतों की पुष्टि की। वहीं, पाकिस्तान के जिला अस्पतालों में भी घायलों को लाए जाने की सूचना मिली है, हालांकि पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर किसी के मारे जाने की पुष्टि नहीं की है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चमन सीमा पर भारी गोलीबारी हुई।
अफगानिस्तान के अधिकारियों ने पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत की पुष्टि की। पाकिस्तान में भी घायलों को अस्पताल लाया गया है।
दोनों पक्ष (पाकिस्तान और अफगान तालिबान) एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगा रहे हैं और जवाबी कार्रवाई का दावा कर रहे हैं।
यह घटना पिछले महीने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए हुए युद्धविराम समझौते के बावजूद हुई है, जिसे पाकिस्तान पहले ही 'तकनीकी रूप से लागू नहीं' बता चुका था।
दोनों पक्ष इस गोलीबारी के लिए एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगा रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि अफगान बलों ने बलूचिस्तान प्रांत से लगी सीमा पर मोर्टार दागे थे। इसके जवाब में पाकिस्तानी बलों ने भी गोलीबारी की। दूसरी ओर, अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने आरोप लगाया है कि हमला पाकिस्तान ने शुरू किया था और उनके बलों ने केवल जवाबी कार्रवाई की। क्वेटा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि गोलीबारी शुक्रवार की रात शुरू हुई और देर रात तक जारी रही। चमन जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि इस झड़प में एक महिला सहित तीन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना को लेकर फिलहाल पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा (ISPR) या विदेश कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
चमन सीमा, जिसे 'फ्रेंडशिप गेट' (मैत्री द्वार) के नाम से भी जाना जाता है, यह बलूचिस्तान प्रांत को अफगानिस्तान के कंधार से जोड़ती है। यह तनाव ऐसे समय में बढ़ा है जब दोनों देश पिछले महीने तनाव कम करने के लिए एक युद्धविराम समझौते पर सहमत हुए थे। हालांकि, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह समझौता तकनीकी रूप से लागू नहीं है। पाकिस्तान का कहना था कि यह समझौता अफगान तालिबान द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों को रोकने पर निर्भर करता है, और तालिबान ऐसा करने में विफल रहा है।