सतना जिले की पोड़ी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। कई हितग्राहियों के घर बने बिना पूरी राशि निकाल ली गई और 139 आवासों की मजदूरी भी असली श्रमिकों के बजाय अन्य खातों में भेजकर हड़प ली गई। चार सदस्यीय जांच दल ने 10 लाख रुपये से अधिक की राशि वसूली योग्य पाई है। सचिव और सहायक सचिव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी।
By: Yogesh Patel
Dec 05, 20253:36 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
गरीब परिवारों को पक्के घर दिलाने के लिए शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना पंचायतों में सचिवऔर सहायक सचिवों की कमाई का जरिया बन गई है। इस योजना में जयरतमंदों को घर मिले न मिले इस व्यवस्था से जुड़े लोगों के घर जरूर भर रहे हैं।
कुछ इसी तरह का हाल पोड़ी पंचायत में सामने आया है जिसमें पीएम आवास बने नहीं और राशि निकाल ली गई, यहां तक की मजदूरों की मजदूरी का ीाुगतान भी नहीं किया गया। मामले की शिकायत होने पर चार सदस्यीय टीम ने जांच की थी। माना जा रहा है कि जांच टीम ने लगभग दस लाख यपए वसूली योग्य पाया है। उधर ग्राम पंचायत के सचिव और सहायक सचिव के खिलाफ कार्यवाही का पत्र जिला पंचायत सीईओ को लिखा जा चुका है।
नहीं बने आवास
वहीं कई ऐसे हितग्राही भी है जिनको पीएम आवास की संपूर्ण राशि आवंटित होने के बाद भी अभी तक किसी के आवास नहीं बने। जांच दल के रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन सचिव गिरजा कुशवाहा एवं सहायक सचिव सोनू पांडेय द्वारा 10 लाख से अधिक की राशि वसूली योग्य पाई है। घोटाले के दोषी सचिव और सहायक सचिव का कच्चा चिट्ठा सामने आने पर अब कार्रवाई शुरू हो गई है। जिस पर जनपद द्वारा जिला पंचायत कार्यालय को कार्यवाही के लिए पत्र लिखा गया है।
चार सदस्यीय टीम ने की थी जांच
ग्राम पंचयत पोडी के सचिव, सहायक सचिव के खिलाफ की गई शकायतों की जांव के लिए चार सदस्यीय दल बनाया गया थ जिसमें रजनीश जायसवाल बीपीओ, प्रेमलाल चौधरी पंचायत समन्वयक अधिकारी, प्रभांशु कमल शुक्ला सहायक विकास अधिकारी एवं लक्ष्मीकांत तिवारी उचेहरा, ब्लॉक समन्वयक प्रधामंत्री आवास योजना को शामिल किया गया। टीम द्वारा मौके पर पहुंच भौतिक सत्यापन एवं दस्तावेज की जांच के दौरान पाया कि पंचायत द्वारा वित्तीय वर्ष 2016 से अब तक लगभग 509 प्रधानमंत्री आवास बनाए गए हैं जिनमें 139 आवासों में काम करने वाले श्रमिकों के खातों में उनकी मजदूरी भेजने के स्थान पर दूसरे खातों में मजदूरी की रकम डाल कर रुपए निकाल लिया गया है।
जनता के विकास कार्यों के लिए भेजी गई राशि को सचिव, सहायक सचिव अपना विकास कर रहे थे जिसकी शिकायत हमारे द्वारा की गई थी और विभाग द्वारा दल गठित कर जांच कराया गया है जिसके संबंध में शीघ्र दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए रिकवरी कार्यवाही की जाए। उक्त गड़बड़ियां 3 सचिवों के कार्यकाल में हुई हैं पर मुख्य भूमिका रोजगार सहायक की है।
रमेश कुशवाहा लालजी, जनपद सदस्य
पोड़ी ग्राम पंचायत में पीएम आवास की शिकायत पर जनपद स्तरीय गठित दल ने जांच उपरांत रिपोर्ट प्रस्तुत की थी जिसे कार्यवाही के लिए जिला पंचायत कार्यालय भेजा गया है।
ओपी अस्थाना, सीईओ जनपद पंचायत उचेहरा