प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों (जॉर्डन, इथियोपिया, ओमान) के अहम दौरे पर हैं। जानें किंग अब्दुल्ला द्वितीय और अन्य नेताओं से बातचीत के मुख्य बिंदु, व्यापार और रणनीतिक सहयोग का एजेंडा।
By: Ajay Tiwari
Dec 15, 20255:55 PM
जॉर्डन. स्टार समाचार वेब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने तीन देशों के महत्वपूर्ण दौरे की शुरुआत की। उनकी यात्रा का पहला पड़ाव जॉर्डन है। यह दौरा भारत के पश्चिम एशिया और अफ्रीका के साथ संबंधों को नई गति देने वाला माना जा रहा है। इस दौरान व्यापार, निवेश, रणनीतिक सहयोग और क्षेत्रीय चुनौतियों पर गहन चर्चा होने की उम्मीद है।
जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का औपचारिक और गर्मजोशी से स्वागत किया गया। जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में अस्थिरता बढ़ी है। भारत इस दौरे के माध्यम से अपने विश्वसनीय साझेदारों के साथ राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक सहयोग को और मजबूत करना चाहता है। यह पीएम मोदी की जॉर्डन की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है।
पीएम मोदी जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से आमने-सामने बातचीत करेंगे, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। भारत और जॉर्डन के राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर यह यात्रा विशेष महत्व रखती है। मुख्य फोकस व्यापार, निवेश और आपसी राजनीतिक सहयोग पर रहेगा।
दौरे के दूसरे दिन, प्रधानमंत्री मोदी और किंग अब्दुल्ला द्वितीय भारत-जॉर्डन व्यापार कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपति और कारोबारी भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी जॉर्डन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगे। वह युवराज के साथ मिलकर पेट्रा शहर का भी दौरा करेंगे, जो भारत के साथ जॉर्डन के प्राचीन व्यापारिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक रहा है।
जॉर्डन के बाद, प्रधानमंत्री मोदी 16 से 17 दिसंबर तक इथियोपिया के राजकीय दौरे पर रहेंगे, जो उनकी पहली इथियोपिया यात्रा होगी। वह यहां प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा होगी। भारतीय प्रधानमंत्री इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।
इस दौरान कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। भारत इस यात्रा के जरिए अफ्रीका में एक दीर्घकालिक और भरोसेमंद सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका को सुदृढ़ करना चाहता है। एजेंडा 2063 के तहत अफ्रीका की प्राथमिकताओं और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इथियोपिया में भारतीय समुदाय के साथ संवाद भी इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
दौरे के अंतिम चरण में, प्रधानमंत्री मोदी 17 से 18 दिसंबर तक ओमान जाएंगे। यह उनकी ओमान की दूसरी यात्रा होगी। भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे हो रहे हैं। इस दौरे में भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश के लिए नए द्वार खोलने की उम्मीद है।