PNB धोखाधड़ी मामले में भगोड़े नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को 4 जुलाई को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया। जानें ED-CBI के संयुक्त अनुरोध पर हुई इस बड़ी गिरफ्तारी और नेहल पर लगे आरोपों के बारे में।
By: Star News
Jul 05, 20257:18 PM
मुंबई: स्टार समाचार वेब
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए हजारों करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में एक बड़ी सफलता मिली है। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को 4 जुलाई को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के संयुक्त प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद हुई है।
यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि नेहल मोदी को अमेरिकी अधिकारियों ने हिरासत में लिया है। इससे पहले, साल 2019 में ईडी ने इंटरपोल से नीरव मोदी को बैंक फंड्स लूटने में मदद करने के आरोप में नेहल मोदी के खिलाफ रेड नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था।
सबूतों को नष्ट करना: PNB घोटाला सामने आने के बाद, नेहल मोदी ने दुबई और हांगकांग स्थित नीरव की डमी कंपनियों के निदेशकों के सभी सेल फोन नष्ट कर दिए थे।
भागने में मदद: ईडी की शिकायत के अनुसार, नेहल ने नीरव मोदी को "सेफ हेवन" (सुरक्षित ठिकाने) तक पहुंचने में मदद करने के लिए टिकटों की व्यवस्था भी की थी।
मनी लॉन्ड्रिंग में भूमिका: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीरव मोदी ने विदेश में 15 से अधिक डमी कंपनियाँ बनाई थीं, जिनके जरिए PNB से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) के माध्यम से हासिल की गई रकम को "निर्यात-आयात लेन-देन की आड़ में" इधर-उधर किया गया था। ईडी ने इन कंपनियों के 17 डमी निदेशकों की पहचान की है, जो नीरव की कंपनियों के कर्मचारी या पूर्व कर्मचारी थे।
रिकॉर्ड नष्ट करना: ईडी ने आरोप लगाया है कि नेहल "व्यक्तिगत रूप से यह देख रहा था कि सभी खाते और रिकॉर्ड नष्ट कर दिए गए हैं। वह कर्मचारियों को प्रभावित कर रहा था और भारतीय एजेंसियों की ओर से घोटाले की जांच शुरू होने के बाद सबूतों को नष्ट कर रहा था।"
सोना, नकदी और मोती चुराने के आरोप: ईडी ने यह भी आरोप लगाया है कि नेहल ने नीरव की दुबई स्थित कंपनी से करीब 50 किलो सोना, साथ ही हांगकांग से नकदी और 150 बक्से मोती चुराए थे।
शेल कंपनियों से जुड़ाव: ईडी का दावा है कि नेहल दो ऐसी कंपनियों का निदेशक है, जिन्हें नीरव की डमी कंपनियों से ₹335.95 करोड़ रुपये मिले थे।
नीरव मोदी फिलहाल PNB घोटाले के सिलसिले में प्रत्यर्पण की कार्रवाई का सामना करते हुए ब्रिटेन की जेल में है। नेहल मोदी पर भारतीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए शेल कंपनियों और विदेशी लेनदेन के नेटवर्क के जरिए भारी मात्रा में अवैध धन को छिपाने और स्थानांतरित करने में सहायता करने का आरोप है।
प्रत्यर्पण कार्यवाही के लिए अगली सुनवाई की तारीख 17 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है। नेहल इस दौरान जमानत के लिए आवेदन कर सकता है, जिसका अमेरिकी अभियोजन पक्ष ने विरोध करने की बात कही है। इस गिरफ्तारी से PNB घोटाले के आरोपियों के खिलाफ चल रही अंतरराष्ट्रीय कानूनी लड़ाई को एक बड़ी मजबूती मिली है।