6 दिन बाद फिर रीवा में बारिश ने कहर बरपाया। लगातार 18 घंटे की भारी बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। कई मोहल्ले, कॉलोनियां और स्कूल डूब गए। बच्चों को रेस्क्यू कर निकाला गया, वहीं उफनते नाले में एक दो वर्षीय मासूम बह गया।
By: Yogesh Patel
Jul 18, 202516 minutes ago
6 दिन बाद फिर बारिश ने बरपाया कहर, पूरा शहर हुआ पानी-पानी
रीवा, स्टार समाचार वेब
बुधवार से शुरू हुआ बारिश का दौर गुरुवार की देर शाम थमा। इस दौरान 18 घंटे की बारिश ने एक बार फिर रीवा का पानी-पानी कर दिया। एक दर्जन से ज्यादा मोहल्ले जलमग्न हो गए, नदी-नाले उफान पर आ गए। बाढ़ का कहर यही नहीं रूका, उफनाते नाले ने दो वर्ष के एक मासूम को भी अपने साथ बहाकर ले गया। बाढ़ से प्रभावित छात्रों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
गौरतलब है कि 6 दिन पूर्व आई बाढ़ ने जहां लोगों को अस्त-व्यस्त कर दिया था, वहीं एक बार फिर बाढ़ के कहर ने लोगों को आफत में डाल दिया है। कई लोग बेघर हो गए और उन्हें आश्रय स्थल का सहारा लेना पड़ा, वहीं कई मकानों में पांच-पांच फिट तक पानी घुस जाने से उनकी गृहस्थी तबाह हो गई। हालांकि इस दौरान जिला प्रशासन एवं निगम प्रशासन ने बाढ़ का जायजा लेते हुए शहर में लोगों को सहारा दिया।
शहर में कोई भी सड़क, मोहल्ला और गली कूचा नहीं बचा, जहां जलभराव की स्थिति न बनी हो। सुबह जब लोगों की आंख खुली तो जमींन गायब थी। घरों में पानी भरा था। बाहर निकले तो तबाही का मंजर देख होश उड़ गए थे।
मौसम और बारिश ने अपना ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि सारी व्यवस्थाएं ठप पड़ गई। हालात इतने बदतर हो गए कि लोगों को बचाने के लिए नाव चलानी पड़ी। एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई और छात्रावास में फंसे छात्रों को बचाया गया। नगर निगम की टीम और अधिकारी दिन भर दौड़ते रहे। देर रात तक मोहल्ले और डूबे घरों को बचाने में लगे रहे। बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क शहर से कट गया। शाम को बारिश थमी तो लोगों ने राहत की सांस ली।
स्कूलों में अवकाश घोषित
रीवा और मऊगंज में बाढ़ और बारिश के कारण कोहराम मच गया था। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मऊगंज और कलेक्टर के आदेश पर डीईओ ने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी कर निजी और सरकारी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की। इस आदेश पर तुरंत अमल करने के निर्देश दिए गए। आदेश के बाद सभी स्कूलों की छुट्टियां कर दी गर्इं। इसके अलावा बारिश को देखते हुए 18 जुलाई को भी सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। बारिश को देखते हुए अवधेश प्रताप सिंह विवि ने भी 18 और 19 जुलाई को होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया है।
पुलिस पहुंची तो लोगों ने घेरा
शिवाजी नगर तिराहा मैदानी में बारिश के कारण चौक चौराहा, सड़क सब जलमग्न हो गए थे। पानी निकासी की व्यवस्था के लिए नगर निगम, प्रशासन और चोरहटा पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों ने पुलिस को ही घेर लिया। लोगों के घरों में ही बारिश का पानी भर गया था। पानी निकासी की कहीं व्यवस्था नहीं थी। चोरहटा थाना प्रभारी आशीष मिश्रा लोगों के साथ मौके पर पानी निकासी की व्यवस्था बनाने में जूझते रहे।
बारिश से सड़कें रहीं लबालब, बैंक में भर गया था पानी
जनता कॉलेज तिराहा के पास बारिश से सड़क लबालब हो गई थी। यहां असपास की दुकानों में पानी भर गया था। यूनियन बैंक भी यहीं पास में हैं। बाढ़ का पानी बैंक के अंदर तक घुसने लगा था। इसके कारण बैंक को बंद करना पड़ा। आसपास की दुकानें भी प्रभावित हुर्इं थी। विवि मार्ग में पानी का रेला चल रहा था। इसके अलावा शिव नगर और शारदा ठीहा में भी जलभराव वाली स्थिति रही। यहां भी लोगों के घरों में पानी भर गया था। कैलाशपुरी में सुबह आंख खुलते ही हंगामा मच गया था। यहां सड़कों पर पानी का रेला चल रहा था। वार्ड क्र्रमांक 15 में राज मैरिज गार्डन के पास जलभराव का सामना लोगों को करना पड़ा।
जेपी, दुआरी मार्ग का शहर से टूटा सम्पर्क
जेपी दुआरी मार्ग पर पानी पुल के ऊपर से बह रहा था। पानी की तेज धार को देखते हुए इस मार्ग को ही बंद कर दिया गया। यहां कर्मचारी तैनात कर दिए गए थे। पानी सड़क और पुलिया के ऊपर से गुजर रहा था। सुरक्षा के लिहाज से इस मार्ग को बंद कर दिया गया था। मार्ग के बंद होने से दुआरी और जेपी का संपर्क शहर से टूट गया था।
मकान हो गया धराशाई फंस गए थे तीन लोग
सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत उपरहटी में भागवत चौरसिया का कच्ची जोड़ाई वाला दो मंजिला पुराना मकान धरासाई हो गया। नीचे तल की दीवार गिर गई थी। इसके कारण परिवार के तीन सदस्य ऊपरी मंजिल पर ही कैद होकर रह गए। बाहर जाने का रास्ता ही बंद हो गया। इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस, नगर निगम और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू शुरू हुआ। करीब आधे एक घंटे की मशक्कत के बाद तीनों सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
कमिश्नर ने संभाला मोर्चा
नगर निगम कमिश्नर सौरभ सोनवड़े ने सारा मैनपॉवर लोगों को राहत पहुंचाने के लिए झोंक दिया था। इसके अलावा 15 जेसीबी, 4 डीजल पंप, 4 मड पंप भी लगाए गए थे। सभी वाहन वार्डों में पानी निकासी की व्यवस्था में लगे रहे। सुबह से शुरु हुआ राहत कार्य देर रात तक जारी रहा। वार्ड, मोहल्लों से पानी निकासी में टीम लगी रही।
यह वार्ड और मोहल्ले सबसे अधिक हुए प्रभावित
रीवा में बाढ़ की चपेट में वैसे तो पूरा शहर ही आया था लेकिन कुछ वार्ड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इसमें वार्ड क्रमांक 9, वार्ड 8, वार्ड 26, वार्ड 15, वार्ड 12, वार्ड 10, वार्ड 16, वार्ड 2, वार्ड 3, वार्ड 4, वार्ड 1, वार्ड 40, वार्ड 8, वार्ड 13 सहित कई और भी वार्ड प्रभावित हुए। जलभराव वाले क्षेत्रों में चिरहुला मंदिर के सामने ललपा तालाब, क्षत्रपति नगर, बदरांव बारिश के कारण लबालब हो गए थे। बारिश का पानी घरों में घुस गया था। इसके अलावा जनता कॉलेज क्षेत्र भी प्रभावित हुआ। खैरा खैरी, निपनिया, नया तालाब, रानी तालाब, झंकार टाकीज मार्ग, मैदानी, वार्ड 15 आचार्य नगर, वार्ड क्रमांक7 हाउसिंग बोर्ड कालोनी, अल्लाबख्श कालोनी, वार्ड 9 विभीषण नगर सहित अन्य वार्डों में पानी भर गया था।
कई गांव हुए जलमग्न, सड़कों का संपर्क टूटा
बारिश ने सिर्फ शहर में ही कहर नहीं बरपाया। गांव भी जलमग्न कर दिए। कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया। ग्रामीण क्षेत्रों की यदि बात करें तो बड़ी हर्दी, हर्दी खुर्द, बहेरा, बसौली, कठना, अहरी, बुढ़गवां, पिपरवार मे बारिश ने खूब तबाही मचाई है। सबसे ज्यादा शम्भू प्रसाद मिश्रा प्रभावित हुए, घर में पानी भर गया। पन्नी में सड़कों के किनारे बने मकानों में भी अंदर पानी घुस गया है। मनोकामना मिश्रा के घर में पांच फिट तक पानी घुस जाने से गृहस्थी का सामान बरबाद हो गया है। साथ ही कई लोगों के घरों में पानी भर गया। बहेरा में कई घर जलमग्न हो गए। इसके अलावा इटौरा भी पानी पानी रहा। मऊगंज जिला में भारी बारिश के कारण देवतालाब मऊगंज मार्ग पर खड्डई नाले के पास पेड़ गिरने से यातायात अवरुद्ध हुआ। सेंनुआ फूल पहुंच मार्ग पर ओड्डा नदी पर बना पुल डूब गया। मऊगंज करह मार्ग पर निहाई नदी के पुल पर पानी चढ़ गया। इसके अलावा मनगवां में दुबई खुद में भी गुहिया नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
छात्रावास डूबा, छात्र फंसे बुलानी पड़ी एसडीआरएफ टीम
वार्ड क्रमांक 9 में सरस्वती स्कूल निराला नगर के आगे पटेल छात्रावास पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। यहां छात्र रहते थे, पानी कई फीट तक चढ़ गया। छात्र हास्टल में ही फंस गए थे। करीब 5 घंटे छात्रों की जान आफत में रही। इसकी जानकारी छात्रों ने स्थानीय पार्षद सतीश सिंह को दी। उन्होंने तुरंत प्रशासन से मदद मांगी। पूरा अमला मौके पर पहुंचा। एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। वोट से सभी छात्रों को बाहर सुरक्षित निकाला गया। करीब 30 से 40 छात्र हास्टल में फंस गए थे।
सिरमौर चौराहा में घुटने तक भरा पानी
गुरुवार को लगातार 16 से 18 घंटे तक बारिश हुई। शहर पूरी तरह से तर बतर हो गया। कोई भी चौक चौराहा जलभराव से अछूता नहीं था। सिरमौर चौराहा में ही घुटने तक पानी भरा था। पूरा चौराहा लबालब था। सड़कों पर पानी की धार बह रही थी। बालभारती स्कूल के सामने भी पानी की धार चल रही थी। यही हालत गुढ़ चौराहा से झंकार टाकीज मार्ग की रही। यह मार्ग हर साल बारिश में लबालब हो जाताहै। इस बार भी इस मार्ग में पानी भरने से बंद कर दिया गया था। दोनों तरफ से बेरिकेडिंग कर दी गई थी।
पार्षद ने कहा अतिक्रमण हटा कर रहूंगी
वार्ड क्रमांक 13 हर साल बारिश में डूब जाता है। लोगों के घरों में पानी भर जाता है। इस बार भी जलभराव की स्थिति रही। इन हालातों को देखते हुए वार्ड क्रमांक 13 की पार्षद नम्रता संजय सिंह ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने नाला से अतिक्रमण नहीं हटाया तो वह खुद ही जेसीबी से अतिक्रमण तोड़वा देंगी। उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत कर दी गई है।
महापौर अजय मिश्रा बाबा व्यवस्था बनाने में लगे रहे
महापौर अजय मिश्रा बाबा बारिश और बाढ़ के दौरान लोगों को राहत पहुंचाने में लगे रहे। उन्होंने गुढ़ चौराहा, रानीतालाब, नया तालाब, बाण सागर तालाब, गुलाब नगर, शारदापुरम, रतहरा सहित कई स्थानों का भ्रमण किया। जल निकासी की व्यवस्था कराई। शहर में बाढ़ राहत शिविर केन्द्र बनाए गए। इन शिविरों में नगर निगम के अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और खाने पीने की समुचित व्यवस्था कराई।
उफनाते नाले में बहा दो साल का मासूम
बुधवार की दरमियानी रात से शुरू हुई रुक-रुककर बारिश ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदी-नाले उफनाए हुए हैं, वहीं कई मोहल्लों में जलभराव भी हुआ है। गुरुवार को नए बस स्टैण्ड के पास फूलमती मंदिर से निकलने वाला नाला जो पूरे उफान पर था, उसमें एक दो साल का मासूम रुद्रांश गुप्ता बह गया है। बताया गया है कि नाले के किनारे गुप्ता परिवार का घर था, बच्चा बाहर खेल रहा था। ऐसी स्थिति में नाले का पानी उनके घर तक आ गया था। बच्चे की मां घर के अंदर गई और बालक खेलता हुआ नाले के पास पहुंचा जहां उफनाती लहरों में वह समा गया। बगल में एक बच्चा खेल रहा था जिसकी नजर बहते हुए मासूम पर गई और वह चीखा चिल्लाया तब जाकर लोग दौड़े लेकिन तब तक वह काफी दूर बह गया था। जिला प्रशासन, समान थाना की पुलिस एवं एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है और मासूम की तलाश शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक अभी उसका कोई पता नहीं चल सका है।
मऊगंज में खूब बरसे बादल, रिकार्ड तोड़ा
मौसम विभाग ने बारिश का आंकड़ा जारी किया है। यह आंकड़ा सिर्फ गुरुवार 17 जुलाई का है। एक ही दिन में बारिश ने रीवा और मऊगंज में कहर बरपा दिया। एक दिन की बारिश ने पुराने रिकार्ड भी धरासाई कर दिए हंै। यहां खास मऊगंज बारिश के आंकड़ों में सबसे ऊपर चल रहा है। यहां वैसे भी अभी 555 मिमी बारिश हो चुकी है। और एक ही दिन में 200 मिमी से अधिक बारिश और रिकार्उ की गई है। ऐसे में मऊगंज जिला की स्थिति और बारिश से हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। गुरुवार को हुई बारिश में नईगढ़ी में सबसे अधिक 252 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। मऊगंज में 224 और हनुमना में 212 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने पूरे दिन यानि 24 घंटे भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में बारिश का रिकार्ड अभी बढ़ता ही जाएगा।
निगम अध्यक्ष भी दौड़ते रहे
बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने और जल निकासी की व्यवस्था बनाने में नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय भी दिन भर इधर उधर दौड़ते रहे। वार्ड क्रमांक 9 में पटेल हास्टल के छात्र बाढ़ में फंस गए थे। इसकी जानकारी लगते ही नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय दलबल के साथ मौके पहुंचे। छात्रों का रेस्क्यू करने में मदद की। इसके अलावा दिन भर वह वार्डों में भ्रमण करते रहे।