सतना कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने मानसून के मद्देनजर अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की पहचान, जल निकासी व्यवस्था, और स्वास्थ्य से जुड़े उपायों को प्राथमिकता देने की बात कही। अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए निरीक्षण और समयबद्ध कार्यवाही पर ज़ोर दिया गया है।
By: Yogesh Patel
कलेक्टर के निर्देश: अलर्ट मोड पर रहें अधिकारी, समन्वय बनाकर करें काम
सतना, स्टार समाचार वेब
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने बरसात के मौसम में नगरीय क्षेत्रों में जल जमाव की स्थितियां उत्पन्न होने पर नगरीय निकायों के अधिकारियों एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक मशीनरी के साथ अलर्ट मोड में रहने को कहा है। सोमवार को सम्पन्न समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में जल भराव वाले स्थानों और वार्डो को चिन्हित कर नगरीय निकाय के इन्जीनियर और स्मार्ट सिटी के इन्जीनियरों को वार्ड का प्रभारी बनाकर उन्हें जिम्मेदारी दें। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोक निर्माण, जल संसाधन, आरईएस के इन्जीनियर्स और ग्रामीण विकास विभाग का अमला बरसात के समय फील्ड में एलर्ट मोड पर दिखना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्राम पंचायत का मैदानी अमला ग्रामीण क्षेत्रों के सभी जल स्त्रोतों की ब्लीचिंग कराये और सुनिश्चित करे कि कही भी दूषित जल जन्य से होने वाली बीमारी नहीं फैले। बरसात के समय जल भराव की स्थितियों पर नजर रखे और बारिश खत्म होते ही जल निकासी की व्यवस्था कराये। जल अभियान परिषद के कार्यकर्ता दूषित जल के सेवन से होने वाली बीमारियों के संबंध में जन जागरूकता के कार्यक्रम करें।
बुधवार- शुक्रवार दो दिन ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रहेंगे
कलेक्टर ने कहा कि स्कूल और आंगनवाडी केन्द्र प्रारंभ हो गये है। अब ग्रामीण क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा इन संस्थाओं का भी आकस्मिक निरीक्षण किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान कमियां या गडबडी पाये जाने पर ब्लाक स्तर के अधिकारी पर भी जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए कार्यवाही की जायेगी। एसडीएम और विभागों के ब्लाक स्तरीय अधिकारी भी अपने अधीनस्थ संस्थाओं का नियमित रूप से भ्रमण निरीक्षण करें। बुधवार और शुक्रवार को कलेक्टर स्वयं ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण पर रहेंगे।
क्यों नहीं हुआ निराकरण कारण सहित देनी होगी जानकारी
राजस्व प्रकरणों की समीक्षा में कलेक्टर ने सीमांकन, नामांतरण, बटवारा के प्रकरणों में डिस्पोजल प्रतिशत बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों का डिस्पोजल परसेन्टेज 28 जून तक 75 प्रतिशत तक होना चाहिए। जिन राजस्व न्यायालयों का 26 जून तक 70 प्रतिशत से कम डिस्पोजल होगा वे राजस्व अधिकारी 27 जून को समक्ष में उपस्थित होकर कारण बतायेंगे। सभी राजस्व अधिकारियों को 30 जून तक डिस्पोजल 80 प्रतिशत करना होगा।
दो अधिकारियों को शो- कॉज
अन्य विभागों के समन्वय के मुद्दों पर कलेक्टर ने सतना-पन्ना रेल खण्ड के भू-अर्जन और राजस्व संबंधी विषय, राष्ट्रीय राजमार्ग, नर्मदा घाटी विकास, जल निगम के समन्वय के मुद्दों की जानकारी ली। बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्वेतांक चैरसिया के बिना सूचना अनुपस्थिति पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के पुअर परफारमेंस पर सहायक प्रबंधक के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों को लिखने और नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। हिट एण्ड रन तथा राहवीर योजना की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि तहसीलदार, एसडीएम, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समन्वय के साथ योजना में हत-आहतों को राहत पहुंचाने का कार्य करें।
ये रहे मौजूद
बैठक में सीईओ जिला पंचायत संजना जैन, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, एसडीएम राहुल सिलाडिया, एपी द्विवेदी, डिप्टी कलेक्टर सुधीर बेक सहित विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।