×

सतना-रीवा समेत आधा दर्जन स्टेशनों में लिफ्ट सेवा ठप, ऑपरेटर टेंडर खत्म होने से यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

सतना-रीवा समेत जबलपुर डिवीजन के कई रेलवे स्टेशनों में लिफ्ट और एस्केलेटर सेवा चरमराई हुई है। ऑपरेटरों के टेंडर खत्म होते ही लिफ्टें भगवान भरोसे छोड़ दी गईं। सतना स्टेशन की लिफ्ट दो दिन से बंद है, जबकि डोर लॉक तोड़ने से तकनीकी समस्या बढ़ गई। बुजुर्ग और दिव्यांग यात्री फंसे हुए हैं। एस्केलेटर भी बिना ऑपरेटर के अनियमित चल रहे हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

By: Yogesh Patel

Oct 07, 20259:42 PM

view13

view0

सतना-रीवा समेत आधा दर्जन स्टेशनों में लिफ्ट सेवा ठप, ऑपरेटर टेंडर खत्म होने से यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें

हाइलाइट्स:

  • सतना स्टेशन की लिफ्ट दो दिन से बंद, डोर लॉक टूटने से संचालन ठप।
  • ऑपरेटर टेंडर खत्म, जबलपुर डिवीजन के छह स्टेशनों में लिफ्ट सेवा प्रभावित।
  • एस्केलेटर बिना ऑपरेटर के, यात्रियों को फिसलने और फंसने का खतरा बढ़ा।

सतना, स्टार समाचार वेब

सतना-रीवा समेत जबलपुर डिवीजन के आधा दर्जन स्टेशनों में लिफ्ट का संचालन लड़खड़ा गया है। लिफ्ट ऑपरेटरों के टेंडर खत्म होते ही भागवान भरोसे लिफ्ट संचालन रहा। सतना स्टेशन में असमाजिक तत्वों द्वारा डोर लॉक तोड़ दिया। लॉक टूटने की वजह से पिछले दो दिन से लिफ्ट का संचालन पूरी तरह बंद है और बुर्जुग एवं दिव्यांग यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उल्लेखनीय हैकि पिछले माह से एयर परफेक्शन नाम की कंपनी को लिफ्ट संचालन का जिम्मा सतना-रीवा समेत कटनी, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, पिपरिया स्टेशनों में दिया गया था। कंपनी को 24 घंटे लिफ्ट संचालन करना था। इसके लिए ऑपरेटर नियुक्त किए गए थे।

समय से पहले टेंडर खत्म

सूत्रों के अनुसार ठेका फर्म का टेंडर 22 मार्च 2024 से दो साल तक का था, लेकिन रेलवे प्रशासन ने इसका टेंडर पहले ही खत्म कर दिया। बताया गया कि 4 साल बाद लिफ्ट में ऑपरेटर नियुक्त किए गए थे। कोरोना काल में रेलवे की आय घटते ही यात्रियों की सुविधा में कटौती व अपने खर्चों में कैची चलाई गई थी। लिफ्ट बिना ऑपरेटरों के ही संचालित हो रही थीं। रात में यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से बंद करवा दिया जाता था। ऐसा इसलिए क्योंकि लिफ्ट में यात्रियों के फसने तक की नौबत एक बार आ गई थी।

एस्केलेटर की सुविधा का भरोसा नहीं

बताया गया कि सतना स्टेशन के प्लेटफार्म क्र. एक में लिफ्ट व विद्युत स्वचलित सीढी (एस्केलेटर) लगाया गया है। जिसकी सुविधा से यात्री आसानी से एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म में आवागमन कर सकते हैं। एस्केलेटर में ऑपरेटर न होने से इसके चलने का कोई भरोसा नहीं रहता। कॉलेज गोइंग स्टूडेंट स्टॉप बटन दबा देते हैं जिससे एस्केलेटर काफी देर तक बंद रहता है। वहीं बताया जाता है कि पिछले कुछ दिन पहले ही किसी ने नुकीली चीज फसा दी थी जिससे बेल्ट डैमेज होते-होते बचा है।

एक तरफ सुविधा दूसरे तरफ असुविधा

सतना स्टेशन में प्लेटफार्म क्र. एक में ही एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा दे दी गई है जबकि प्लेटफार्म क्र. दो में कोई सुविधा नहीं है। यात्रियों का कहना है कि वे एक तरफ आसानी से ब्रिज पर चढ़ जाते हैं लेकिन दूसरी तरफ सीढियां व रैम्प चढ़ने व उतरने में परेशानी होती है। हालांकि रेलवे पिछले कई सालों से प्लेटफार्म क्र. दो-तीन में एक एस्केलेटर का प्लान कर रहा है लेकिन अब वो भी ठंडे बस्ते में है। बताया गया कि विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने के प्लान में लगभग दो-दो दर्जन लिफ्ट व एस्केलेटर का प्रावधान किया गया है।

फैक्ट फाइल

  • 25 हजार यात्रियों का आवागमन सतना स्टेशन में प्रतिदिन
  • 03 प्लेटफार्म
  • 01 लिफ्ट
  • 01 एस्केलेटर

इस तरह है लिफ्ट की सुविधा

  • एक साथ 6 यात्रियों की क्षमता
  • आपातकालीन स्थिति में अलार्म बटन
  • ऑपरेटर के मौजूदगी में 24 घंटे वर्किंग

इस तरह है एस्केलेटर की सुविधा

  • 01 घंटे में 6 हजार पैसेंजर की क्षमता
  • 20 घंटे लगातार वर्किंग
  • 01 स्टेप में 120 किलो की क्षमता
  • 0.5 मीटर प्रति सेकंड स्पीड
  • 30 साल कोडल लाइफ

ये हैं एस्केलेटर और लिफ्ट के फायदे

  • यात्रियों का आवागमन एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म में तेजी से
  • राहत दिव्यांग व बुजुर्ग यात्रियों को सबसे ज्यादा

COMMENTS (0)

RELATED POST

छिंदवाड़ा: परासिया सिविल अस्पताल के टॉयलेट कमोड में मिला नवजात का शव, 8 घंटे बाद निकाला गया

छिंदवाड़ा: परासिया सिविल अस्पताल के टॉयलेट कमोड में मिला नवजात का शव, 8 घंटे बाद निकाला गया

छिंदवाड़ा जिले के परासिया सिविल अस्पताल के महिला शौचालय में एक नवजात शिशु का शव कमोड में फंसा मिला। सफाईकर्मी की सूचना पर पुलिस ने 8 घंटे की मशक्कत के बाद कमोड तोड़कर शव को बाहर निकाला। जानें पूरी घटना और पुलिस की कार्रवाई।

Loading...

Dec 16, 20255:47 PM

मध्य प्रदेश के श्रमिकों को ₹160 करोड़ का संबल 2.0 लाभ | CM डॉ. यादव

मध्य प्रदेश के श्रमिकों को ₹160 करोड़ का संबल 2.0 लाभ | CM डॉ. यादव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबल 2.0 योजना के तहत 7227 श्रमिक हितग्राहियों के बैंक खातों में ₹160 करोड़ की अनुग्रह सहायता राशि अंतरित की। जानें इस योजना के लाभ और नए बदलाव।

Loading...

Dec 16, 20255:37 PM

कैबिनेट... मध्यप्रदेश में स्थायी-अस्थायी पदों का अंतर खत्म 

कैबिनेट... मध्यप्रदेश में स्थायी-अस्थायी पदों का अंतर खत्म 

मध्यप्रदेश में 13 दिसंबर को सरकार के दो साल पूरे हो गए। इसके बाद आज मोहन सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक आयोजित की गई। बैठक में लिए गए फैसलों ने साफ कर दिया कि सीएम इस कार्यकाल को सिर्फ घोषणाओं नहीं बल्कि स्ट्रक्चरल रिफॉर्म और लॉन्ग टर्म फैसलों का कार्यकाल बनाना चाहते हैं।

Loading...

Dec 16, 20252:40 PM

 लोकसभा...मध्यप्रदेश में भारतीय सेना की जमीन पर अतिक्रमण

 लोकसभा...मध्यप्रदेश में भारतीय सेना की जमीन पर अतिक्रमण

केंद्र सरकार ने लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान दावा किया कि देश भर में 18 लाख एकड़ जमीन रक्षा भूमि है, जिसमें से 11,152 एकड़ पर अतिक्रमण है। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

Loading...

Dec 16, 20251:19 PM

रेड:  दुकान के बाद घर की तलाशी में मिला धान का अवैध भंडारण

रेड: दुकान के बाद घर की तलाशी में मिला धान का अवैध भंडारण

रीवा जिले के मझिगवां में प्रशासन और खाद्य आपूर्ति विभाग की संयुक्त कार्रवाई में एक व्यापारी के दुकान और घर से 2200 बोरियां धान व कोदौ जब्त की गईं। बिना जमीन और लाइसेंस के अवैध भंडारण कर उपार्जन केंद्रों में बेचने की तैयारी का खुलासा हुआ है।

Loading...

Dec 15, 20253:59 PM