सतना के जवाहर नगर में मकान खाली कराने के विवाद में मामा ने अपने दिव्यांग भांजे की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी फरार है। पुलिस और एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और जांच शुरू की है।
By: Yogesh Patel
Jun 21, 20254 minutes ago
मकान खाली कराने चल रहा था विवाद, जवाहर नगर की घटना
सतना, स्टार समाचार वेब
मकान खाली कराने के उपजे विवाद में युवक ने अपने सगे दिव्यांग भांजे की डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी। भांजे की हत्या कर आरोपी रात में ही शहर छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर जांच करने पहुंची। शुक्रवार को फोरेंसिक टीम के द्वारा घटना स्थल का मुआयना कर साक्ष्य संकलन किया गया। पुलिस के द्वारा फरार आरोपी की तलाश में संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है।
पांच साल से रह रहा था मामा के घर
इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रामबहोर बेलदार 42 वर्ष पैर से दिव्यांग है और वह पिछले 5 साल से शहर के सिटी कोतवाली अंतर्गत जवाहर नगर कुम्हरान मोहल्ला निवासी अपने मामा रामलाल बेलदार के घर में पिछले 5 साल से रह रहा था। तकरीबन 6 माह पहले रामबहोर ने दिव्यांग महिला से विवाह किया। रामबहोर के द्वारा विवाह किए जाने के बाद उसके रिश्ते अपने मामा से बिगड़ने शुरू हो गए। रामलाल को संदेह गहराया कि उसने भांजे रामबहोर को रहने के लिए एक कमरा दिया। विवाह कर वह पत्नी को ले आया, आने वाले दिनों में कहीं वह घर पर कब्जा न कर ले।
मांगी एक माह की मोहलत
जिस भांजे के साथ रामलाल छत्तीसगढ़ के ईंट भट्ठे में साथ में मजदूरी करता था और अपने जवाहर नगर स्थित तीन कमरों के मकान में एक कमरा भांजे रामबहोर को दे रखा था। उसी भांजे से रामलाल कमरा खाली कराने के लिए रोजाना विवाद करना शुरू कर दिया। बताया गया कि पैर से दिव्यांग रामबहोर के द्वारा अपने मामा से कमरा खाली करने के लिए एक माह की मोहलत मांगी गई लेकिन रामलाल एक माह की मोहलत देने के तैयार नहीं था। इसे लेकर गुरुवार की सुबह दोनों के बीच विवाद हुआ, विवाद गहराने पर रामलाल ने परिवार के सदस्यों के सामने भांजे रामबहोर को जान से मारने की धमकी दी।
घात लगाकर किया डंडे से हमला
रामलाल के द्वारा गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दिए जाने पर रामबहोर डरकर अपने दूसरे मामा के घर चला गया जहां से वह गुरुवार रात 11.30 बजे करीब वापस आ रहा था, तभी घात लगाकर बैठा रामलाल ने अपने भांजे रामबहोर पर डंडे से हमला कर दिया। हमले में रामबहोर के हाथ और पसली में गंभीर चोटें आईं। जानकारी लगने पर एकत्र हुए परिजनों के द्वारा घायल रामबहोर के इलाज के लिए आॅटो के जरिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान रात 3 बजे के करीब रामबहोर ने दम तोड़ दिया। शुक्रवार की सुबह पंचनामा और पीएम कार्रवाई के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया। सिटी कोतवाली पुलिस के द्वारा हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी रामलाल की तलाश की जा रही है।
एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य
मामा के द्वारा डंडे से पीट पीटकर भांजे की हत्या की घटना की जानकारी लगने पर शुक्रवार को टीआई कोतवाली रावेन्द्र द्विवेदी, एफएसएल अधिकारी डा. महेन्द्र सिंह व पुलिस बल के साथ मौका-ए-वारदात पर जांच करने पहुंचे। एफएसएल टीम के द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन किया गया। टीआई कोतवाली श्री द्विवेदी ने बताया कि मृतक अपने मामा रामलाल के साथ छत्तीसगढ़ में ईंट भट्ठे में मजदूरी करता था। मृतक के द्वारा दिव्यांग महिला से विवाह किए जाने पर उसके मामा को शक होने लगा कि वह उसके घर पर कब्जा कर लेगा। छत्तीसगढ़ में मजदूरी करने के दौरान आरोपी रामलाल की बेटी अपने प्रेमी के साथ भाग गई। रामलाल के द्वारा रामबहोर पर संदेह जताया जा रहा था कि इसी ने इसकी बेटी को घर से भगवाने में मदद की है। टीआई श्री द्विवेदी ने बताया कि आरोपी की तलाश में संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है।