शहडोल जिले की ग्राम पंचायत रामपुर में बूंदी और समोसे पर करीब 70,000 रुपये के बिल ने सरकारी धन के दुरुपयोग पर सवाल खड़े किए। जानें इस घोटाले की पूरी कहानी और इससे जुड़े पुराने मामले।
By: Ajay Tiwari
Sep 07, 202516 hours ago
शहडोल. स्टार समाचार वेब.
शहडोल जिले में सरकारी खजाने की बर्बादी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, और इन घोटालों की लिस्ट में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। पहले दो फोटोकॉपी के 4,000 रुपये, फिर ईंट खरीद में लाखों का घोटाला, और अब बूंदी और समोसे पर करीब 70,000 रुपये के बिल ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह पूरा मामला जनपद पंचायत गोहपारू की ग्राम पंचायत रामपुर से जुड़ा है, जहां दो महीने में पांच बिलों के जरिए बूंदी और समोसे के नाम पर 66,950 रुपये का भुगतान किया गया है। इतना ही नहीं, आंगनबाड़ी के लिए कुकर, कुर्सी, गिलास और चिमटा जैसी मामूली चीजों के लिए भी लगभग 53,000 रुपये के तीन बिल पास किए गए हैं।
ग्रामीणों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। हालांकि, जनपद सीईओ गोहपारू, सुधीर दिनकर, ने जांच का आश्वासन दिया है, लेकिन पिछले घोटालों की अधूरी कार्रवाई ने लोगों के भरोसे को हिला दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब शहडोल में इस तरह का घोटाला सामने आया है। पहले जयसिंहनगर की ग्राम पंचायत कुदरी में दो फोटोकॉपी के लिए 4,000 रुपये का भुगतान हुआ था। इसके अलावा, बुढ़ार की भठिया ग्राम पंचायत में आंगनबाड़ी भवन के लिए 2,500 ईंटों के बदले 1,25,000 रुपये का बिल पास किया गया था। इन मामलों में भी जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
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