सांसद खेल महोत्सव शुरू, इधर ब्लॉक में 462 स्कूलों में सिर्फ 11 खेल शिक्षक
By: Gulab rohit
Nov 11, 202511:19 PM
गंजबासौदा। विकासखंड में कुल 462 शासकीय स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें 297 प्राथमिक, 130 माध्यमिक, 17 हाईस्कूल और 18 हायर सेकंडरी स्कूल शामिल हैं। लेकिन खेल प्रशिक्षण के लिए सिर्फ 11 खेल शिक्षकों की नियुक्ति है।
एक ओर प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में सांसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन कर खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने और नई प्रतिभाओं को आगे लाने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में खेल प्रशिक्षण की स्थिति अत्यंत दयनीय है। ज्यादातर शासकीय और अशासकीय स्कूलों में आधुनिक खेल मैदान, सांस्कृतिक हॉल या प्रशिक्षण उपकरणों की सुविधा नहीं है। विद्यालयों में खेल सामग्री तो है, पर प्रशिक्षण न होने के कारण वह कबाड़ बनकर पड़ी रहती है।
खेल स्टेडियम भी बेकार पड़ा
प्रधानाध्यापक अनिल दुबे का कहना है कि यदि प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को उचित प्रशिक्षण और खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाए तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का नाम रोशन कर सकते हैं। खेल स्टेडियम भी बेकार पड़ा। त्योंदा के ग्राम रसूलपुर और गंजबासौदा न्यायालय परिसर के पास करोड़ों की लागत से निर्मित खेल स्टेडियम अब तक बेकार पड़े हैं। यहां अब तक एक भी खेल आयोजन नहीं हुआ है।
सांसद खेल महोत्सव पर किया योजनाओं का बखान
खेल प्रतियोगिता का शुभारंभएसजीएस कॉलेज प्रांगण में विधायक हरि सिंह रघुवंशी जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेंद्र रघुवंशी, अध्यक्ष रितुज एलिया, एसडीएम संतोष बिटौलियाऔर नपा सीएमओ रवि प्रकाश श्रीवास्तव शैलेंद्र रघुवंशी उपस्थित रहे। महोत्सव की शुरुआत में महिलाओं की चम्मच दौड़, कुर्सी रेस तथा पुरुषों की रस्साकशी प्रतियोगिता कराई गई, जिसके साथ ही विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ हुआ। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने शासन की खेल योजनाओं का बखान किया और ग्रामीण प्रतिभाओं को उभारने की बात कही, लेकिन हकीकत यह है कि स्कूलों में खेल शिक्षक ही नहीं है। अन्य पाठयक्रमों के शिक्षक छात्र छात्राओं को खेल सिखा रहे हैं, जिन्हें खेलों की जानकारी ही नहीं है।
वरिष्ठ कार्यालय को नियमित रूप से जानकारी भेजी जा रही है
विकासखंड में प्राथमिक से लेकर हायर सेकंडरी तक 462 स्कूल संचालित हैं, लेकिन वर्तमान में खेल शिक्षकों की संख्या 11 है। वरिष्ठ कार्यालय को नियमित रूप से जानकारी भेजी जा रही है ताकि खेल प्रशिक्षण की सुविधा विद्यार्थियों को मिल सके।
*परता अहिरवार, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, गंजबासौदा।