अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी नेता परेश रावल का एक बयान सोशल मीडिया पर पिछले दो दिनों से वायरल हो रहा है.
By: demonews
May 17, 20254 hours ago
ये वायरल वीडियो परेश रावल के 'इंडिया टुडे' ग्रुप को दिए एक इंटरव्यू का है. इसमें रावल दावा कर रहे हैं कि घुटने की चोट से उबरने के लिए उन्होंने अपना पेशाब पिया था और ऐसा करने से उन्हें फ़ायदा हुआ.
वैसे परेश रावल पहले ऐसे शख़्स नहीं है, जिन्होंने अपना ही पेशाब पीने की बात कही है. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई भी अपना मूत्र पीने की बात कह चुके हैं. इसका ज़िक्र परेश रावल ने भी इसी इंटरव्यू में किया.
हालांकि, परेश रावल के दावे को खारिज करते हुए सोशल मीडिया पर 'द लिवर डॉक' नाम से मशहूर डॉक्टर सिरिएक एबी फिलिप्स ने कहा, "पेशाब पीने से नुक़सान होगा."
परेश रावल का दावा कितना सही है या ग़लत? इसके लेकर हमने डॉक्टरों से बात की है, लेकिन इससे पहले हम जान लेते हैं कि आखिर परेश रावल ने क्या कहा है?
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परेश रावल ने कहा, "मुंबई में राजकुमार संतोषी की 'घातक' की शूटिंग के दौरान घसीटने वाले सीन के दौरान वो घुटने के बल गिर गए थे. पीछे ही नानावटी हॉस्पिटल था. वीरू देवगन (अभिनेता अजय देवगन के पिता और स्टंट मास्टर) नानावटी में किसी और से मिलने आए थे."
परेश रावल ने कहा, "अस्पताल में वीरू देवगन ने इस दौरान मुझे सलाह दी कि सुबह उठकर अपना पहला यूरिन पीना. सब फाइटर लोग यही करते हैं. कोई तकलीफ़ नहीं रहेगी और कभी कुछ नहीं होगा. अगली सुबह मैंने खुद को तैयार किया. मैंने सोचा कि यूरिन पीना है तो मैं इसे उड़ेल नहीं दूंगा, आराम से बियर की तरह पीयूंगा."
"मैंने 15 दिनों तक ऐसा किया और जब एक्स-रे रिपोर्ट आई तो डॉक्टर दंग रह गए. डॉक्टर ने एक्स-रे पर सफ़ेद लाइनिंग देखी."
परेश रावल ने दावा किया कि जिस चोट को ठीक होने में और फिर काम करने में आम तौर पर दो से ढाई महीने लगते हैं, उससे वो डेढ़ महीने में ही उबर गए.
परेश रावल ने कहा कि अपना यूरिन पीने वाली इस थेरेपी को 'शिवाम्बू' कहा जाता है. हालांकि, बीबीसी से डॉक्टरों ने कहा कि रावल का दावा सही नहीं है.
दिल्ली के डॉक्टर अनिल कुमार भाटिया बीबीसी हिंदी से कहते हैं, "इसका कोई साइंटिफिक सबूत मौजूद नहीं है कि अपना मूत्र पीने से कोई फ़ायदा होता है."
डॉ. सिरिएक एबी फिलिप्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "किसी के कहने पर अपना या किसी दूसरे का पेशाब नहीं पिए. ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि यूरिन पीने से शरीर को फायदा पहुंचता है."
"सही में तो यूरिन पीना बहुत नुक़सानदेह है. इसे पीने से खून में बैक्टीरिया, टॉक्सिंस और कई तरह के हानिकारक पदार्थ पहुंच सकते हैं."
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पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के अपना ही मूत्र पीने की बात का ज़िक्र भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ के पूर्व अधिकारी बी. रमन ने अपनी किताब 'काऊ ब्वॉएज़ ऑफ़ रॉ' में किया है.
वो अपनी किताब में लिखते हैं, "साल 1978 में जब मोरारजी देसाई फ़्रांस की सरकारी यात्री पर गए तो वो वहां भारतीय राजदूत आर.डी. साठे के घर ठहरे."
"जब देसाई वापस दिल्ली चले गए तो वो (रमन) साठे साहब के घर गए.जब उनका नौकर ड्रिंक्स सर्व कर रहा था तो राजदूत की पत्नी ने उससे कहा कि तुम नए गिलास इस्तेमाल कर रहे हो न."
फिर वो मेरी तरफ मुड़कर बोलीं, "मुझे पता नहीं कि मोरारजी अपना मूत्र पीने के लिए कौन-सा गिलास इस्तेमाल कर रहे थे. इसलिए मैंने सभी पुराने गिलासों को फिंकवा दिया है."