विदिशा में नरकंकाल मिला, गले में बंधा था गमछा
By: Gulab rohit
Jul 06, 2025just now
विदिशा। विदिशा के रॉयल सिटी कॉलोनी फेस-2 में एक नरकंकाल मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कॉलोनी की बाउंड्रीवॉल के पीछे नाले के पास मिले नरकंकाल की पहचान अज्ञाराम कॉलोनी की झुग्गी बस्ती निवासी 35 वर्षीय लाल सिंह नामदेव के रूप में हुई। मृतक की भाभी भूरी बाई ने शव पर मौजूद नीली टी-शर्ट और काली पैंट के आधार पर उसकी पहचान की। स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 8-10 दिनों से वहां से तेज बदबू आ रही थी। एक मजदूर ने कंकाल देखा और आसपास के लोगों को सूचित किया। सिविल लाइन थाना प्रभारी विमलेश राय के अनुसार, शव एक पेड़ के पास मिला। मृतक के गले में गमछा बंधा हुआ था। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। मृतक 19 जून से लापता था और परिजनों ने 20 जून को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत के सटीक कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच से चलेगा।
कर्मचारी का होटल में लटका मिला शव
बीना। बीना रेलवे स्टेशन के सामने स्थित एक होटल में रविवार को पंखे से लटका एक युवक का शव मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा। इसके बाद पंचनामा बनाकर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। जीआरपी मामले की जांच में जुटी है। पुलिस मर्डर और सुसाइड दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है। मृतक युवक की पहचान प्रेम उर्फ छोटू (41) निवासी हाथरस, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई। वह करीब 25-30 वर्ष पहले घर से भागकर बीना आया था। यहां उसने विभिन्न होटलों में काम किया और कैंटीन के पास के भवन में रहने लगा था। जीआरपी अरक मूलचंद ने बताया कि मृतक सोनकर की कैंटीन में काम करता था। वह रेलवे कर्मचारियों के लिए आवंटित आउट हाउस में अवैध रूप से रह रहा था। जीआरपी मामले की जांच कर रही है और अवैध कब्जे के बारे में रेलवे प्रशासन को सूचित करेगी।