बरसात के सीजन में रेत माफिया का लोग चंबल से रेत उत्खनन कर किसी सुरक्षित स्थान पर डंप कर लेते हैं और बरसात के सीजन में वहीं से रेत की कालाबाजारी चलाते हैं।
By: Gulab rohit
Aug 04, 20256:21 PM
मुरैना। मुरैना में 15 लाख की 500 ट्रॉली रेत को नष्ट कराया गया है। इसे अवैध रूप से डंप करके बेचने के लिए रखा गया था। सोमवार को प्रशासन ने पहुंचकर नष्ट कराई है। चंबल नदी उफान के बावजूद रेत उत्खनन बना हुआ है।
बरसात के सीजन में रेत माफिया का लोग चंबल से रेत उत्खनन कर किसी सुरक्षित स्थान पर डंप कर लेते हैं और बरसात के सीजन में वहीं से रेत की कालाबाजारी चलाते हैं।
जिला प्रशासन, फारेस्ट, पुलिस विभाग की संयुक्त कार्यवाही में ऐसे ही डंप रेत को जैतपुर गांव में नष्ट कर जमीन में मिलाने का कार्य किया गया।
कालाबाजारी के लिए निकालकर रख लेते हैं रेत
बरसात का सीजन आता है तो रेत माफिया के लोगो को पता होता है कि चंबल नदी से रेत उत्खनन नहीं हो पाएगा। ऐसे में उनका रेत का कालाबाजार बंद ना पड़ जाए इसके लिए वह पहले से ही चंबल नदी के रेत को उत्खनन कर किसी एनी स्थान पर डंप कर लेते हैं। इस बार रेत माफिया के लोगो ने जैतपुर गांव में बड़ी मात्रा में रेत को उत्खनन कर डंप कर लिया था।
नदी का उफान कम होने पर कार्रवाई
हाल ही में जब चंबल नदी उफान पर थी तो कलेक्टर अंकित अस्थाना का इस इलाके में राहत कार्य देखने और ग्रामीणों की स्थिति का जायजा लेने आना हुआ तो कलेक्टर की नजर इस डंप रेत पर पड़ी। उसी समय यह कार्यवाही तय हो गई लेकिन चूंकि चंबल नदी उफान पर थी और नीचे सभी ग्रामीणों को खाली कराकर सुरक्षित ऊपर निकाला जा रहा था तो उस समय कार्यवाही उचित नहीं समझी।
अब जब चंबल नदी का जल स्तर लगभग सामान्य हो रहा है तो कलेक्टर अंकित अस्थाना के निर्देश पर तीनों विभाग ने मिलकर आयुक्त कार्यवाही की । खबर लिखे जाने तक कुल 500 ट्राली रेत अभी तक कार्यवाही के दौरान नष्ट किया जा चुका है। जिसकी बाजार की कीमत 15 लाख रुपए है। इस मामले में चंबल घड़ियाल केंद्र के एसडीओ श्याम सिंह चौहान ने बताया कि चंबल नदी से रेत उत्खनन कर जैतपुर गांव में डंप किया गया है। 600 से अधिक ट्रॉलियां डंप हैं। अभी तक कार्यवाही में 500 ट्रॉली के करीब नष्ट कर जमीन में मिला चुके हैं। आगे कार्यवाही जारी है ।