भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से नई और सुखद तस्वीर सामने आई है। अंतरिक्ष से ली गई इस सेल्फी में वह अपने साथी एस्ट्रोनॉट और मिशन स्पेशलिस्ट टिबोर कपु के साथ आईएसएस के कपोला मॉड्यूल के अंदर मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं।
By: Arvind Mishra
Jun 30, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से नई और सुखद तस्वीर सामने आई है। अंतरिक्ष से ली गई इस सेल्फी में वह अपने साथी एस्ट्रोनॉट और मिशन स्पेशलिस्ट टिबोर कपु के साथ आईएसएस के कपोला मॉड्यूल के अंदर मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं। शुभांशु की स्पेस मिशन का यह तीसरा दिन है और सभी चार यात्रियों को एक्सिओम-4 मिशन के तहत 14 दिन के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजा गया है। दरअसल, अंतरिक्ष में ली गई इस सेल्फी में शुभांशु के साथ नजर आए रहे हंगरी के एस्ट्रोनॉट टिबोर कपु को एचयूएनओआर कार्यक्रम के तहत अंतरिक्ष में भेजा गया है। वह सोवियत संघ के विघटन के बाद हंगरी के पहले अंतरिक्ष यात्री हैं जो स्पेस स्टेशन पर गए हैं। वह मिशन स्पेशलिस्ट की भूमिका में वहां मौजूद हैं, जिनका काम साइंटफिक रिसर्च और टेक्निकल चीजों में टीम की मदद करना है। टिबोर का स्पेस में जाना हंगरी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
एक्सिओम-4 मिशन के तहत चारों अंतरिक्ष यात्रियों ने अब तक क्या-क्या किया इस बारे में एक्सिओम स्पेस कंपनी ने विस्तार से बताया है। कंपनी ने कहा कि एक्स-4 के क्रू मेंबर कमांडर पैगी व्हिटसन, पायलट शुभांशु शुक्ला, मिशन स्पेशलिस्ट स्लावोश उजनान्स्की-विश्निव्स्की और टिबोर कपु ने स्पेस स्टेशन पर एक एक्शन से भरपूर तीसरे दिन का समापन किया, जिसमें कई तरह की रिसर्च स्टडीज और ग्लोबल आउटरीच में उनकी भागीदारी अहम रही।
इस मिशन पर गए भारत के शुभांशु शुक्ला ने स्पेस माइक्रोएल्गी एक्सपेरिमेंट पर फोकस किया। सैंपल बैग तैनात किए और एल्गी स्ट्रेन की तस्वीरें लीं। ये छोटे जीव स्पेस रिसर्च के भविष्य में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, जो लंबी अवधि के मिशनों के लिए एक टिकाऊ, पोषक तत्वों से भरपूर फूड सोर्स बन सकते हैं।