सीएम डॉ. मोहन यादव सम्राट विक्रमादित्य प्रवेश द्वार का भूमि पूजन किया। समारोह का अयोजन सुबह 11 बजे फंदा स्थित महाराणा प्रताप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया था। कार्यक्रम में सीएम के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।
By: Arvind Mishra
Dec 13, 20252:51 PM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
सीएम डॉ. मोहन यादव सम्राट विक्रमादित्य प्रवेश द्वार का भूमि पूजन किया। समारोह का अयोजन सुबह 11 बजे फंदा स्थित महाराणा प्रताप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया था। कार्यक्रम में सीएम के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को आज सांस्कृतिक विरासत का नया प्रतीक मिल गया। सरकार की इस पहल से भोपाल न केवल आधुनिक विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा, बल्कि अपनी गौरवशाली विरासत को भी संजोकर रखेगा। यह द्वार भोपाल के प्रवेश मार्गों पर बनने वाले भव्य द्वारों की श्रृंखला का हिस्सा है, जो शहर की ऐतिहासिक पहचान को उजागर करेगा।
फंदा को मिलीं कई सौगात
समारोह के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- आज के ही दिन मैंने 13 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद के साथ मप्र को विकसित प्रदेश बनाने की शपथ ली थी। आज उसी संकल्प के साथ विकास, सेवा और सुशासन के दो वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। जहां हर निर्णय में जनकल्याण, हर योजना में प्रगति और हर कदम में भविष्य की झलक है। मुख्यमंत्री ने फंदा में आयोजित कार्यक्रम में सरदार पटेल हाईस्कूल के लिए 5 करोड़ देने और क्षेत्र में महाविद्यालय बनाए जाने समेत कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
आज का दिन अमर हो गया
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा-भोपाल-इंदौर स्टेट हाईवे पर विक्रमादित्य द्वार बनेगा। ये द्वार ठीक उज्जैन के विक्रमादित्य द्वार जैसा ही बनेगा। फंदा का नाम अब हरिहर नगर किया जाएगा। सीएम ने कहा-सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सम्राट विक्रमादित्य को समर्पित भव्य द्वार के निर्माण के लिए भूमिपूजन कर आज का दिन अमर हो गया है।
एक-एक बूंद जल का होगा संरक्षण
सीएम ने कहा-राजा विक्रमादित्य के शौर्य, न्यायप्रियता और सांस्कृतिक चेतना को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाने वाला सम्राट विक्रमादित्य प्रवेश द्वार न केवल ऐतिहासिक पहचान को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और नगरीय विकास को भी नई दिशा देगा। सीएम ने यह भी कहा कि एक-एक बूंद जल का संरक्षण होगा। जल गंगा संवर्धन अभियान के माध्यम से भोपाल में बड़ा तालाब को गहरा करने का काम किया जाएगा।
दो महानगर बनेंगे
सीएम ने मेट्रोपॉलिटन पर कहा कि सीहोर, विदिशा, रायसेन, भोपाल और नर्मदापुरम मिलाकर मेट्रोपॉलिटन सिटी बना रहे हैं। इंदौर के आसपास धार, उज्जैन, देवास, शाजापुर को मिलाते हुए दो महानगर बनेंगे। इसके लिए प्लान बना रहे हैं।
हमने किसी भी धर्म में अंतर नहीं किया
मुख्यमंत्री ने कहा-प्रदेश में हर महीने माता-बहनों को डेढ़ हजार रुपए देकर रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है। ये कांग्रेसियों को हजम नहीं होता। हर चीज में राजनीति देखते हैं। हमने किसी भी धर्म में अंतर नहीं किया। इसलिए लाड़ली बहनों को राशि दी, लेकिन ये कांग्रेसी सदमे में चले गए।