मध्यप्रदेश के उज्जैन में बड़ा हादसा हो गया। यहां शिप्रा नदी पर बने बिना रैलिंग वाले पुल पर रात में एक कार नदी में जा गिरी। रात में रेस्क्यू हुआ, लेकिन कार का पता नहीं चला। रविवार सुबह रेस्क्यू आपरेशन दोबारा शुरू हुआ तो उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद हुआ है। उनके साथ कार में सवार दो अन्य पुलिसकर्मी अब भी लापता हैं।
By: Arvind Mishra
मध्यप्रदेश के उज्जैन में बड़ा हादसा हो गया। यहां शिप्रा नदी पर बने बिना रैलिंग वाले पुल पर रात में एक कार नदी में जा गिरी। रात में रेस्क्यू हुआ, लेकिन कार का पता नहीं चला। रविवार सुबह रेस्क्यू आपरेशन दोबारा शुरू हुआ तो उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का शव बरामद हुआ है। उनके साथ कार में सवार दो अन्य पुलिसकर्मी अब भी लापता हैं। दोनों के नाम एसआई मदनलाल और कॉन्स्टेबल आरती पाल बताए जा रहे हैं। एसपी प्रदीप शर्मा के मुताबिक, तीनों पुलिसकर्मी उज्जैन से चिंतामन के लिए निकले थे। वे गुराड़िया सांगा गांव से एक महिला के लापता होने के मामले में जांच करने जा रहे थे। रात 12 घंटे से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम बोट से और ड्रोन से कार की सर्चिंग कर रहे हैं। रात डेढ़ बजे अंधेरा ज्यादा होने के चलते रेस्क्यू रोक दिया गया था। इसे सुबह 6 बजे दोबारा शुरू किया गया। कार नदी में कैसे गिरी, यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन घटना ने पूरे पुलिस महकमे को सदमे में डाल दिया है।
एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल।
दरअसल, उन्हेल थाना प्रभारी एक केस की जांच के लिए शनिवार को उज्जैन आए थे। उनके साथ सब-इंस्पेक्टर मदनलाल और महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल भी मौजूद थीं। देर शाम तीनों लौट रहे थे कि उनकी कार शिप्रा पुल के पास अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। घटना के बाद से ही तीनों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। मोबाइल फोन भी बंद थे और उनकी आखिरी लोकेशन शिप्रा पुल के आसपास की मिली। इसके बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।
आज सुबह जैसे ही सर्च आपरेशन दोबारा शुरू हुआ, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम मौके पर उतरी तो घंटों की मशक्कत के बाद नदी से कार को बाहर निकाला गया। उसमें से अशोक शर्मा का शव बरामद किया गया है। फिलहाल सब-इंस्पेक्टर मदनलाल और कॉन्स्टेबल आरती पाल के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है, उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम गोताखोरों के साथ लगातार सर्च आॅपरेशन चला रही है। नदी का तेज बहाव और गहराई तलाश में बड़ी चुनौती बना हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि दोनों पुलिसकर्मी भी नदी में डूब गए हैं। इस घटना के बाद उज्जैन पुलिस समेत पूरे महकमे में शोक की लहर है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा।