विभाग की पर्यवेक्षक (अतिरिक्त प्रभार परियोजना अधिकारी) पुष्पा बेनल ने मार्च और अप्रैल 2025 की बकाया राशि डालने और मई माह की राशि स्वीकृत करवाने के एवज में 6,000 की रिश्वत मांगी।
By: Star News
Jun 03, 20251:56 PM
-आंगनवाड़ी के भोजन की राशि स्वीकृत कराने मांगी 4000 रुपए रिश्वत
-घटनाक्रम मध्य प्रदेश के धार का...इंदौर लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा
भोपाल। मध्यप्रदेश में घूसखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। घूसखोर आंगनवाड़ी में परोसे जा रहे भोजन में भी करप्शन कर रहे हैं। दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग धार की एक सुपरवाइजर को स्व-सहायता समूह की संचालक से रिश्वत लेते हुए इंदौर लोकायुक्त टीम ने मंगलवार को रंगेहाथ पकड़ लिया। उसने आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन की राशि स्वीकृत करने के बदले पैसों की मांग की थी। ग्राम भमोरी, तहसील कुक्षी निवासी सुशीला बघेल राधाकृष्ण स्व-सहायता समूह की संचालक हैं। उनका समूह बीते छह वर्षों से आंगनवाड़ी केंद्रों में मध्यान्ह भोजन बनाने और वितरित करने का कार्य कर रहा है। इस कार्य के लिए शासन द्वारा प्रतिमाह 9,000 की राशि समूह के खाते में महिला एवं बाल विकास विभाग बाग के माध्यम से डाली जाती है।
मांगी थी छह हजार रिश्वत
विभाग की पर्यवेक्षक (अतिरिक्त प्रभार परियोजना अधिकारी) पुष्पा बेनल ने मार्च और अप्रैल 2025 की बकाया राशि डालने और मई माह की राशि स्वीकृत करवाने के एवज में 6,000 की रिश्वत मांगी। इसकी शिकायत सुशीला बघेल ने इंदौर लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय को की थी।
भ्रष्टाचार के तहत केस दर्ज
जांच में शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त की ट्रैप टीम गठित की गई। मंगलवार को निसरपुर स्थित पुष्पा बेनल के निवास पर लोकायुक्त टीम ने दबिश दी और उन्हें 4,000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।