रक्षा मंत्री ने कहा कि आज से पांच साल पहले जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भी इस बात को दोहराया था। पांच साल पहले मैं कश्मीर के घाटी में एक कार्यक्रम में भारतीय सेना को संबोधित कर रहा था।
By: Arvind Mishra
Sep 22, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
भारत बिना किसी आक्रामक कदम के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर नियंत्रण वापस पा लेगा। मैं यह दावे से कह रहा हूं कि पीओके में लोग वर्तमान सरकार से आजादी की मांग कर रहे हैं। पीओके में मांगे उठनी लगी हैं। आपने भी नारेबाजी सुनी है। यह बात भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कही। दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय दो दिवसीय मोरक्को की यात्रा पर हैं। यहां पर वे रेचिड में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म के विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन करेंगे। किसी भारतीय रक्षा मंत्री की ये पहली मोरक्को यात्रा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि पीओके अपने आप ही हमारा होगा। रक्षा मंत्री के इस बयान से पाकिस्तान को नीद नहीं आएगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि आज से पांच साल पहले जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भी इस बात को दोहराया था। पांच साल पहले मैं कश्मीर के घाटी में एक कार्यक्रम में भारतीय सेना को संबोधित कर रहा था। उस वक्त मैंने कहा था कि पीओके पर हमला करके कब्जा करने की जरूरत नहीं है। यह वैसे भी हमारा है। पीओके खुद कहेगा मैं भी भारत हूं। वह दिन भी आएगा।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने आतंकवादियों के हमले का जवाब देते वक्त किसी के धर्म को नहीं, बल्कि उनके कर्मों को देखकर कार्रवाई की। ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के रुख पर निर्भर करता है, वह अगर आतंकी गतिविधि करेगा तो हम जवाब देंगे। आतंकवादियों ने नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर मारा था, जबकि भारत ने आतंकवादियों को उनके कर्मों के आधार पर निशाना बनाया। भारत की ये कार्रवाई सटीक थी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंन जोर देकर कहा कि भारत की यही विशेषता है जो उसे बाकी देशों से अलग बनाती है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी धर्म या समुदाय के लोगों के साथ कोई भेदभाव नहीं करते। यही भारत का असली चरित्र है। केवल भारत ही इस तरह का चरित्र रख सकता है, जहां आतंकवादियों से मुकाबला करने के बावजूद मानवीय मूल्यों का ध्यान रखा जाता है। हम चाहते तो किसी भी सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान पर हमला कर सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हमें भारत के इस चरित्र को बनाए रखना चाहिए।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोगों को अपना धर्म मानने की पूरी स्वतंत्रता है और हम इसका सम्मान करते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान ने भारत से सीजफायर की गुहार लगाई और हम ने उसे स्वीकार कर लिया। उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए जैश-ए मोहम्मद का एक शीर्ष आतंकी के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें आतंकी दावा कर रहा था कि भारत ने मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया।
रक्षा मंत्री ने भारत के पूर्व पीएम अटल बिहारी के एक बयान का जिक्र करते हुए ये भी कहा कि हम अपने पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं, क्योंकि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी कहते थे कि दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं... हम उन्हें सही रास्ते पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि ये बस एक विराम है। ऑपरेशन सिंदूर बस रुका है... इसे फिर से शुरू किया जा सकता है।
रक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि ट्रंप के टैरिफ वाले फैसले पर भारत ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी। रक्षामंत्री ने बताया कि भारत ने ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा भारतीय आयातों पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, क्योंकि भारत का दृष्टिकोण व्यापक है। हमने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी... जो लोग व्यापक सोच और बड़े दिल वाले होते हैं, वे किसी भी बात पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं देते।