सर्बिया के विभिन्न शहरों में मंगलवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसक झड़पें हुईं। पिछले साल नवंबर में एक रेलवे स्टेशन की छत गिरने की बाद से देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। ऐसे में सरकार समर्थक और विरोधी आमने-सामने आ गए।
By: Sandeep malviya
Aug 13, 202510 hours ago
बेलग्रेड। सर्बिया में मंगलवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसक झड़पें देखने को मिलीं। यह झड़पें सरकार समर्थकों और विरोधियों के बीच उस समय हुईं, जब नौ महीने से जारी प्रदर्शनों के बीच तनाव और बढ़ गया। ये प्रदर्शन राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुविच के खिलाफ हो रहे हैं।
हिंसा की शुरूआत बेलग्रेड के उत्तर-पश्चिम शहर व्रबस में हुई, जहां प्रदर्शनकारी और सरकार समर्थक सर्बियाई प्रगतिशील पार्टी के कार्यालय के बाहर आमने-सामने आए गए। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग करने की कोशिश की। घटना के वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि सरकार समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों पर जलती हुई कागज की तख्तियां, पत्थर और बोतलें फेंकीं। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने भी अलग-अलग वस्तुएं फेंकीं। पुलिस के मुताबिक, इन झड़पों में 16 पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों लोग घायल हुए हैं। देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आईं।
रेलवे स्टेशन की छत गिरने के बाद शुरू हुआ था प्रदर्शन
सर्बिया में छात्रों के नेतृत्व वाला यह आंदोलन नवंबर में शुरू हुआ था, जब उत्तरी शहर नोवी साड में एक रेलवे स्टेशन की छत गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकारी निर्माण परियोजना में भ्रष्टाचार को लेकर जनता में आक्रोश भड़क उठा। तबसे लाखों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर चुके हैं, जिससे राष्ट्रपति वुविच की सत्ता पर पकड़ कमजोर होती नजर आ रही है। हाल ही में राष्ट्रपति के समर्थकों ने विरोध में प्रदर्शन शुरू किए हैं, जिससे हिंसा की आशंका और बढ़ गई है।
हिरासत में लिए गए कई लोग
व्रबस शहर में हुई झड़पों के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस आयुक्त ड्रागन वासिलजेविक ने सरकारी टेलीविजन आरटीएस को बताया कि प्रदर्शनकारी सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों पर हमला करने आए थे। हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पहले सरकार समर्थकों ने ही उन पर हमला किया। उन्होंने बताया कि व्रबस के अलावा दक्षिण शहर बाक्का पालांका, फिर नोवी साड और दक्षिण शहर निस में भी ऐसा ही हुआ। राजधानी बेलग्रेड में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया।
जल्द चुनाव और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग
नवंबर से जारी ये विरोध प्रदर्शन अब तक शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे थे। विश्वविद्यालय के छात्रों के नेतृत्व में चल रहे इन आंदोलनों में राष्ट्रपति वुविच से जल्द संसदीय चुनाव की मांग की जा रही है, जिसे मानने से उन्होंने इनकार कर दिया है। छात्र प्रदर्शनकारी हाल की हिंसा के लिए गृह मंत्री इविका डैचिच को जिम्मेदार मान रहे हैं और उनके इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं।