मार्च 2020 में मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार गिरने को लेकर बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के इंटरव्यू ने सियासी माहौल गरमा दिया था। दिग्विजय सिंह ने सरकार गिरने की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच मतभेदों पर डाली थी। वहीं, कमलनाथ ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा था कि सिंधिया को लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं, इसलिए उन्होंने सरकार गिराने का कदम उठाया।
By: Arvind Mishra
Sep 12, 2025just now
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मार्च 2020 में मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार गिरने को लेकर बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के इंटरव्यू ने सियासी माहौल गरमा दिया था। दिग्विजय सिंह ने सरकार गिरने की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के बीच मतभेदों पर डाली थी। वहीं, कमलनाथ ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा था कि सिंधिया को लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं, इसलिए उन्होंने सरकार गिराने का कदम उठाया। इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच शुक्रवार सुबह अचानक एक नई तस्वीर सामने आई। नई दिल्ली में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की मुलाकात हुई, जिसने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा को जन्म दिया। मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह ने दोनों की साथ में खिंचवाई तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की और लिखा-कमल नाथ और मेरे लगभग 50 वर्षों के पारिवारिक संबंध रहे हैं। हमारे राजनैतिक जीवन में उतार चढ़ाव आते रहे हैं और ये स्वाभाविक भी हैं। हमारा सारा राजनैतिक जीवन कांग्रेस में रहते हुए विचारधारा की लड़ाई एक जुट हो कर लड़ते हुए बीता है और आगे भी लड़ते रहेंगे। छोटे मोटे मतभेद रहे हैं, लेकिन मनभेद कभी नहीं। कल हमारी मुलाकात हुई। हम दोनों को कांग्रेस पार्टी नेतृत्व ने खूब अवसर दिए और जनता का प्यार सदैव मिलता रहा है। आगे भी हम मिल कर जनता के हित में कांग्रेस के नेतृत्व में सेवा करते रहेंगे। जय सिया राम...।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब पार्टी संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों की रणनीति को लेकर अंदरूनी समीकरणों पर चर्चा तेज है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात कांग्रेस में नेतृत्व स्तर पर समन्वय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकती है।