सिवनी मालवा के तवा कॉलोनी से शुरु हुआ प्रदर्शन, आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
By: Gulab rohit
Oct 07, 2025just now
सिवनी मालवा। सिवनी मालवा नगर में मंगलवार दोपहर लगभग 1:30 बजे किसानों ने भावांतर योजना के विरोध में एक अनोखा प्रदर्शन किया। तवा कॉलोनी क्षेत्र से शुरू हुई इस प्रदर्शन में किसानों ने भावांतर योजना की शव यात्रा निकाली। यह शव यात्रा ग्राम बघवाड़ा स्थित विधायक निवास तक पहुंची, जहां योजना के पुतले का दहन किया।
शव यात्रा की शुरूआत तवा कॉलोनी के पास स्थित चौपाटी से हुई। इस दौरान किसान "रघुपति राघव राजाराम" की धुन पर भावांतर योजना के शव रूपी पुतले को कंधों पर लेकर चल रहे थे। यात्रा में सिवनी मालवा तहसील क्षेत्र के कई किसान संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था।
किसान तेज करेंगे आंदोलन
किसानों का कहना है कि सरकार की भावांतर योजना से उन्हें वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा है। उनका आरोप है कि यह योजना केवल कागजों पर किसानों की आय बढ़ाने का दावा कर रही है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। किसानों की प्रमुख मांगों में नियमित बारिश और जलभराव से नष्ट हुई सोयाबीन फसल के लिए 25,000 रुपए प्रति हेक्टेयर की राहत राशि शामिल है। वे सोयाबीन को 6,000 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने और भावांतर योजना को अस्वीकार करने की मांग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, मक्का को समर्थन मूल्य पर और धान को 3,100 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की भी मांग की गई है। अन्य मांगों में रासायनिक खाद को ऋण पर और नकद सेवा सहकारी समिति से उपलब्ध कराना, सीएमओ गोदाम पर लगने वाली लंबी लाइनों को बंद करना शामिल है। किसानों ने सैटेलाइट सर्वे में विसंगतियों के कारण क्रॉप कटिंग के आधार पर उत्पादन का आकलन कर फसल बीमा राशि देने की भी मांग की है। वे स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सी 2+50 फामूर्ले पर उपज का मूल्य तय करने और नहर के अंतिम छोर तक सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की अपील कर रहे हैं। साथ ही, भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों का तबादला कर सिवनी मालवा को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की भी मांग की गई है।
किसान खाद के लिए परेशान वितरण केंद्रों पर लापरवाही जारी
सीहोर जिले में किसानों को खाद के लिए लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार के भी किसान सहकारी समिति नापलाखेड़ी में यूरिया खाद के लिए सुबह से परेशान होते दिखे। जिले के कई गांवों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जहां किसान खाद लेने के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अधिकारियों को समय पर पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन वितरण केंद्रों पर लापरवाही जारी है। कलेक्टर बालागुरु के. ने सोमवार को ही खाद की पर्याप्त उपलब्धता और किसानों को वितरण करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कालाबाजारी रोकने के लिए सभी विकासखंडों में समितियां गठित करने और संबंधित अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में उर्वरकों के नियमित वितरण व निगरानी रखने को कहा था। अधिकारियों को गोदामों और दुकानों का नियमित निरीक्षण करने तथा जिले की सीमाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए थे। सभी एसडीएम और संबंधित अधिकारियों को खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा था। कलेक्टर ने किसानों को खाद के लिए परेशानी नहीं देने के लिए टोकन का व्यवस्थित वितरण कराने और खाद वितरण की सूचना समय पर देने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन इसके बाद भी समय पर खाद नहीं मिलने से किसान परेशान हो रहे है।